Jharkhand News : देश में नए राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान से ही झारखंड की सियासत में किसी नयी तस्वीर के उभरने की चर्चा मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में खूब जोर-शोर से चल रही है। महाराष्ट्र में बीजेपी की सियासत कामयाब होने के झारखंड में भी कुछ वैसा ही कारनामा सामने आने का दावा किया जाता रहा है। राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग के दौरान द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग ने कांग्रेस के भीतर एक अलग किस्म की हलचल पैदा कर दी है। ऐसे में हेमंत सरकार के वजूद पर भी सवाल उठाया जाने लगा। इस बीच झामुमो की ओर से दावे का बड़ा राज खोलकर सियासत को नया एंगल दिया गया। अब कल को भाजपा क्या दवा लेकर सामने आती है, यह कल देखा जा सकता है। अभी तक का अपडेट यही है कि राज्य में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने रांची में 25 जुलाई को दावा किया कि BJP के 16 विधायक उनके दल के संपर्क में हैं। उन सभी ने झामुमो में आने की इच्छा व्यक्त की है। साथ ही उन्होंने बीजेपी से झामुमो में शिफ्ट करने के नियमानुसार तरीके पर भी विचार करने को कहा है
महाराष्ट्र जैसी स्टाइल में बीजेपी को महारत
सुप्रियो ने कहा कि दरअसल भाजपा के विधायक दल के स्वयंभू नेता की कार्यप्रणाली से बीजेपी विधायक असंतुष्ट हैं। इसी वजह से वे इस तरह के विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन सभी विधायकों को एक वरिष्ठ नेता लीड कर रहे हैं। भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को महाराष्ट्र जैसी स्टाइल को लेकर भी महारत हासिल है।
दरअसल विधानसभा में 81 की स्ट्रैंथ में
झामुमो के 30 और बीजेपी के 26 विधायक हैं। किसी भी सरकार को चलाने के लिए 41 विधायकों का समर्थन जरूरी है। फिलहाल झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार को कांग्रेस के 18 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। महागठबंधन की सरकार झामुमो,कांग्रेस और राजद के मेल से चल रही है।