Jharkhand News : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संकल्प की उर्जा न केवल राज्य के विकास को गति दे रही,बल्कि बेरोजगारी के अंधेरे को भी दूर करने को कदम आगे बढ़ा रही है। इसका प्रमाण 16 जुलाई को देखने को मिला, जब चीफ मिनिस्टर के प्रयासों से राज्य के 11000 से अधिक बेरोजगारों को निजी क्षेत्र में नियुक्ति पत्र मिला। रोजगार की सुनिश्चितता ने युवाओं की आंखों में नयी चमक पैदा कर दी। उनके सपनों को नूतन उड़ान मिलने का आधार हासिल हो गया। मुख्यमंत्री ने जब 11406 चयनित उम्मीदवारों में कुछ युवाओं को सांकेतिक रूप से निजी क्षेत्र में नियुक्ति के लिए ऑफर लेटर सौंपा तो इनकी खुशियां देखते ही बन रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा- यह तो शुरुआत है। चाहे सरकारी हो या निजी क्षेत्र, नियुक्तियों का सिलसिला जारी रहेगा।
आगे बढ़ने के लिए खोल दिया दरवाजा
मुख्यमंत्री ने आज ऑफर लेटर प्राप्त करने वालों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यहां के युवक- युवतियां होनहार है। उनमें हुनर की कोई कमी नहीं है। अब सरकार उनका कौशल विकास कर रोजगार उपलब्ध करा रही है। यहां आपको जो अवसर मिला है, उसे अंतिम नहीं समझें। जीवन में और भी कई अवसर मिलेंगे। आपको जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमने दरवाजा खोल दिया है। मुख्यमंत्री ने ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले युवक युवतियों से कहा कि जीवन में आगे बढ़ने की सकारात्मक सोच रखें। सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करें। इस तैयारी में होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। इस बाबत सरकार द्वारा नियमावली बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
हुनर को निखार देंगे रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के नौजवानों के कौशल विकास के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसके अलावा उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है , ताकि उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सके और वे सभी बेहतर जीवन यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि रोजगार की खातिर राज्य से बड़ी संख्या में लोगों का पलायन होता है। यह पलायन कैसे रुके, इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इस दिशा में राज्य में रोजगार के नए अवसर बनाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें अपने ही घर- गांव में काम मिल सके। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि काम के सिलसिले में विदेश में जाकर यहां के कई नौजवान बंधक बन जाते हैं। उन्हें न सिर्फ सकुशल रिहा कर वापस लाया जा रहा है, बल्कि उनके बकाये का भुगतान भी सुनिश्चित किया जा रहा है।