Jharkhand (झारखंड) की राजधानी रांची में 10 जून को हुए उपद्रव के बाद कुछ उपद्रवी तत्व शहर में अशांति पैदा करने की साजिद रचने में मशगूल हैं। सोशल मीडिया पर ये उपद्रवी तत्व युवाओं को भड़काने में जुट गए हैं। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को कई ऐसे मैसेज हाथ लगे हैं, जिनमें युवाओं को अलकायदा जैसे खतरनाक आतंकी संगठन से जुड़ने का आह्वान किया गया है।
इसके अलावा ‘जिहाद’ छेड़ने की बात भी है।
देश के बाहर बैठे आतंकवादियों से कनेक्शन की आशंका जता रही पुलिस
पुलिस आशंका जता रही है कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले यूजरों का कनेक्शन देश के बाहर बैठे आतंकी संगठनों से हो सकता है। रांची में साइबर सेल ने यूजरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है। रांची पुलिस ने कई मोबाइल नंबर भी चिन्हित किए हैं। इनको जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों के पास भेजा गया है। पुलिस को सोशल मीडिया में यूजर आईटीजेड अरमान किंग्स 987 के कई इंस्टाग्राम पोस्ट मिले हैं।
जिहाद छेड़ने की अपील
इसके अलावा पुलिस को नूर मोहम्मद नाम के एक यूजर का भी पोस्ट मिला है। इसमें एक पक्ष के लोगों से ‘जिहाद’ का आह्वान किया गया है। वहीं जावेद असलम नामक के एक और यूजर का भी इसी तरह का मैसेज मिला है। उसने भी अपने मैसेज के जरिए ‘जिहाद’ छेड़ने की अपील की है। पुलिस की साइबर सेल की टीम को कई अहम सुराग भी हाथ लगे हैं।
केरल में नौकरी करता है नूर मोहम्मद
रांची पुलिस के साइबर सेल ने नूर मोहम्मद का आइपी एड्रेस निकाला है। इससे पता चला है कि नूर मोहम्मद यूपी का रहने वाला है। फिलहाल वह केरल में किसी रेस्टोरेंट में शेफ की नौकरी करता है। उसने न सिर्फ भड़काऊ पोस्ट किया है, बल्कि सीधे ‘जिहाद’ छेड़ने का आह्वान किया है। पोस्ट के खिलाफ कमेंट करने वालों को उसने गाली-गलौज भी की है।