Jharkhand, Ranchi violence : झारखंड की राजधानी रांची के मेन रोड में 10 जून को हुई हिंसा को लेकर अब सरकार और विपक्ष के बीच वाक युद्ध शुरू हो गया है। सरकार की ओर से वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा है कि पुलिस प्रशासन की तत्परता से सद्भावना, भाईचारगी एवं शांति भंग करने वाले उपद्रवियों के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया गया। राज्य सरकार विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लोहरदगा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉक्टर उरांव ने कहा कि पुलिस प्रशासन में समन्वय है। रांची में उपद्रव की घटना की जांच के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 2 सदस्यीय विशेष समिति का गठन किया है कोई अगर बाहर से आकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करता है तो सावधान रहें। इसके साथ ही डॉक्टर उरांव ने राज्य वासियों से शांति, सद्भावना अमन और भाईचारगी बनाए रखने की अपील की।
‘राज्य के लिए घातक है यह सरकार’
इसके विपरीत राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य के लिए यह सरकार घातक है। मुख्यमंत्री असामाजिक तत्वों के आगे बेबस हैं। तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति का परिणाम है कि अब राजधानी के मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। हजारों की भीड़ बिना प्रशासनिक अनुमति के सड़कों पर उतरती है। उत्पात मचाती है, पर सरकार उन्हें गिरफ्तार तक नहीं कर पा रही है। सोशल मीडिया में रघुवर दास ने कहा कि यह सरकार राज्य के लोगों के लिए घातक है। भाजपा नेता भैरो सिंह के घर में हमला हुआ। लिखित शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। हेमंत सरकार में राज्य में पीएफआई की गतिविधियां बढ़ गई हैं।