जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आंनद की मौत के बाद सिविल कोर्ट में कार्यरत जजों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जज के आवास से कोर्ट तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लेकिन जज उत्तम आनंद की मौत का मामला अभी ठंडा हुआ भी नहीं है कि जजों की सुरक्षा में सेंध लगनी शुरू हो गई है। ताजा मामला धनबाद सिविल कोर्ट परिसर का है, जहां बुधवार को प्रधान जज राम शर्मा के वाहन में एक स्कूटी सवार टक्कर मारते मारते-मारते बचा।
जज ने हाजत में बंद करने का निर्देश दिया
घटना के बाद स्कूटी सवार को जज ने बुलाया तो स्कूटी सवार व्यक्ति अपनी गलती मानने के बादले उनसे उलझ गया। इस दौरान स्कूटी चालक ने जज से बदसलूकी भी की। इससे नाराज जज ने तत्काल कोर्ट परिसर में तैनात पुलिस को उसे हाजत में बंद करने का निर्देश दिया। इसके बाद धनबाद थाने की पुलिस पहुंची और स्कूटी सवार व्यक्ति को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू की।
बीसीसीएल कर्मी है बदसलूकी करने वाला व्यक्ति
मिली जानकारी के अनुसार धनबाद कोर्ट के मुख्य गेट से एक स्कूटी सवार व्यक्ति अंदर प्रवेश कर पोर्टिको की ओर जा रहा था, तभी पोर्टिको से प्रधान जज राम शर्मा अपने वाहन से आवास जाने के लिए निकल रहे थे। इस दौरान स्कूटी जज के वाहन से टकराते -टकराते बची। जज ने अपने गार्ड से स्कूटी सवार को बुलवाया तो उसकी अकड़ और बढ़ गई। मिली जानकारी के अनुसार स्कूटी सवार व्यक्ति का नाम दीपक कुमार है, जो बीसीसीएल के बस्ताकोला में कार्यरत है।