Jharkhand news, Jharkhand update, Ranchi news, Ranchi update : श्री सर्वेश्वरी समूह – शाखा रांची (औघड़ भगवान राम आश्रम, अघोर पथ, लेक रोड पश्चिम, रांची) के तत्वावधान में “सर्वेश्वरी वृक्षारोपण अभियान” वर्ष – 2023 के तीसरे चरण का आयोजन गुमला जिले के कोइन्जारा की ढिड़ौली पंचायत में किया गया। कार्यक्रम में आम, अमरूद, मोहगनी, सागवान, आंवला, जामुन, बेल इत्यादि के 341 पौधों का रोपण एवं वितरण किया गया।
ग्राम देवी में आरती-पूजन कर दीप दान किया
कार्यक्रम की शुरुआत में स्थानीय ग्राम देवी में आरती-पूजन कर दीप दान किया गया। साथ ही, मन्दिर परिसर की साफ-सफाई के लिए झाड़ू भी दी गयी।
उसके उपरान्त ग्रामीण बंधुओं के बीच एक लघु गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें श्री सर्वेश्वरी समूह का संक्षिप्त परिचय देते हुए समूह द्वारा किये जा रहे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में भी ग्रामीण बंधुओं को अवगत कराया गया। साथ ही, वृक्षों की कमी से हो रहे दुष्परिणामों के बारे में अवगत करते हुए वृक्षों के बचाव के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। गोष्ठी के बाद ग्रामीण बंधुओं के बीच लगभग 341 पौधों का वितरण किया गया।
श्री सर्वेश्वरी समूह सामाजिक एवं धार्मिक संस्था
ज्ञातव्य है कि श्री सर्वेश्वरी समूह एक विश्व स्तरीय सामाजिक एवं धार्मिक संस्था है, जो अनेक जनकल्याण के कार्यक्रम लगातार करती रहती है। जनसेवा के लिए श्री सर्वेश्वरी समूह का नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
‘सर्वेश्वरी वृक्षारोपण अभियान’ उन्हीं जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में से एक है, जिसे पूरी वर्षा ऋतु में चलाया जायेगा। इस वृहद वृक्षारोपण अभियान के माध्यम से लोगों को वृक्ष लगाने एवं वृक्षों को बचाने के प्रति भी जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि आज के कार्यक्रम के पूर्व गुमला जिले के ही गंगड़ा एवं सिमडेगा जिले के जुरकेला में भी समूह शाखा द्वारा लगभग 700 पौधों का रोपण एवं वितरण किया जा चुका है।
कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम के कुशल आयोजन में विभूति शंकर सहाय एवं कुन्ज बिहारी लाल का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में श्री सर्वेश्वरी समूह -शाखा रांची से राधेश्याम सिंह, अभय सहाय, नवीन कुमार, आनन्द सिंह, हेमन्त नाथ शाहदेव, डॉ. उत्पल कुमार, अरुण सिंह, राधा मोहन मिश्रा, उदय नन्द पाण्डेय, शम्भु शरण षाड़ंगी, रमेश पाण्डेय, गंगाधर नाथ शाहदेव के साथ लगभग 50 श्रद्धालु-सदस्यगण शामिल हुए।