Ranchi news, khunti news, karra news, Shri sarveshwari samuh Ranchi : श्री सर्वेश्वरी समूह – शाखा रांची (औघड़ भगवान राम आश्रम, अघोर पथ, लेक रोड पश्चिम, रांची) के तत्वावधान में “सर्वेश्वरी वृक्षारोपण अभियान : वर्ष – 2023” के सातवें चरण का आयोजन कर्रा (खूंटी) के पोड़ा एवं लुद्रू गांव में किया गया। कार्यक्रम में आम, अमरूद, मोहगनी, गुलमोहर, करंज, महुआ, कुसुम इत्यादि के 340 पौधों का रोपण एवं वितरण किया गया।
स्कूल परिसर में 30 पौधों का रोपण किया
कार्यक्रम की शुरुआत पोड़ा ग्राम स्थित लिट्ल स्टेप्स प्री स्कूल परिसर से किया गया। विधिवत आरती-पूजन के बाद स्कूल परिसर में समूह सदस्यों द्वारा 30 पौधों का रोपण किया गया। उसके बाद स्थानीय लुद्रू ग्राम में ग्राम देवी के मन्दिर में पूजन कर दीप-दान किया गया। उसके पश्चात ग्रामीण बंधुओं के बीच एक लघु गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें श्री सर्वेश्वरी समूह का संक्षिप्त परिचय देते हुए समूह द्वारा किये जा रहे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में भी ग्रामीण बंधुओं को अवगत कराया गया। साथ ही, वृक्षों के कमी से हो रहे दुष्परिणामों के बारे में अवगत करते हुए वृक्षों के बचाव के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। गोष्ठी के बाद ग्रामीण बंधुओं के बीच 310 पौधों का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मिरले, बिरटोली, बुड़का, जोने, कोसांबी, मेहा, लुद्रू इत्यादि गांवों से सैकड़ो लोग शामिल हुए।
लोगों को जागरूक करने का किया जा रहा प्रयास
‘सर्वेश्वरी वृक्षारोपण अभियान’ के माध्यम से लोगों को वृक्ष लगाने एवं वृक्षों को बचाने के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि आज के कार्यक्रम के पूर्व शाखा द्वारा गुमला जिले के कोइन्जारा, भरनो व गंगड़ा गांव, सिमडेगा जिले के जुरकेला गांव, रांची जिले के गुडू व राजाडेरा गांव में भी वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा चुका है, जिसमें 2400 से अधिक पौधों का रोपण एवं वितरण किया गया है। कार्यक्रम में कर्रा से मानन्द सिंह, दीपक सिंह, दलभंजन सिंह, बोधेन्दर सिंह एवं कृष्णा साहू का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। श्री सर्वेश्वरी समूह – शाखा रांची की ओर से विभूति शंकर सहाय, राधेशयम सिंह, अभय सहाय, आनन्द सिंह, नवीन कुमार, उमा शंकर मिश्रा, आदित्य नाथ शाहदेव, अरुण सिंह, नवल किशोर सिंह, अजीत बक्सराय, समरेन्द्र सिंह, उदय नारायण पाण्डेय, रमेश पांडेय, नीतीश कुमार सिंह, तुषार गौतम व यदुनाथ शाहदेव के साथ लगभग 40 श्रद्धालु-सदस्यगण शामिल हुए।