Jharkhand (झारखंड)के देवघर स्थित त्रिकुट पहाड़ पर 10 अप्रैल को अचानक रोपवे का तार टूटने से को 12 लोगों के घायल होने की खबर मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। बचाव के लिए NDRF की टीम जुट गई है।
यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार किए जा रहे प्रयास
रोपवे अटका हुआ है। कर्मचारी रोपवे को ठीक करने में लगे हैं। यात्रियों को उतारने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जा रही है। मौके पर लोगों की भारी भीड़ लगी हुई है। अब तक सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। त्रिकुट पहाड़ पर यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है। यात्रियों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है। देवघर के DC मंजूनाथ भजंत्री भी माैके पर पहुंचे।
ट्रॉली का दरवाजा तोड़कर कूदे नीचे
अन्य लोगों से जानकारी मिल रही है कि करीब डेढ़ वर्ष की मासूम बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चल रहा है। लोग खुद को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। तार टूटने के बाद असम से आए पति-पत्नी भूपेंद्र वर्मा और दीपिका वर्मा ट्रॉली का दरवाजा तोड़कर नीचे कूद गए। इसमें दोनों घायल हो गए हैं। हादसे के बारे में अपनी आपबीती सुनाते हुए भूपेंद्र वर्मा ने बताया कि त्रिकुट पहाड़ पर घूमने के लिए गए थे। अचानक रोपवे बीच में ही अटक गया। डिस्टेंस कम होने के कारण दरवाजा तोड़कर नीचे कूद गए। इसमें पत्नी को माथे में चोट आई। भूपेंद्र वर्मा असम के कोकराजोर के रहने वाले हैं। रोपवे के मैनेजर कन्हैया कापरी ने बताया, ‘4:00 से 4:30 बजे के लगभग रोपवे पर यात्री सवार थे। रोपवे चल रहा था। अचानक रोपवे का तार ट्रैक से उतर गया है। इसके कारण रोपवे बीच में ही अटक गया।’