तंगहाली में जी रहे परिवार को दिए 70 हजार और श्राद्ध भोज का खर्च
Breaking news, Ranchi news, Ranchi top news, Ranchi update, Jharkhand news, Jharkhand top news, Jharkhand update : ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया ने जमशेदपुर के दिवंगत पत्रकार बिनोद दास के आश्रितों को पेंशन,आवास,बिजली,पानी,शिक्षा और आर्थिक सहयोग की मांग की है.इस संदर्भ में श्री भाटिया ने जमशेदपुर शहरी जिला महासचिव आशीष गुप्ता के नेतृत्व में कोल्हान आयुक्त को 7 सूत्री मांग पत्र सौंपा है.आयुक्त हरि किशोर केशरी ने पत्रकारों को आश्वस्त किया कि इस संदर्भ में उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को निर्देशित किया जाएगा और आश्रितों को सभी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.ज्ञापन सौंपने वालों में ऐसोसिएशन के कोल्हान प्रभारी अजय महतो, कोल्हान अध्यक्ष रंजीत राणा और देवेंद्र सिंह मौजूद थे.
7 सूत्री मांग पत्र राज्यपाल के नाम ईमेल द्वारा भेजा
इसके अलावा ऐसोसिएशन के प्रदेश महासचिव प्रविंद पांडेय ने भी 7 सूत्री मांग पत्र राज्यपाल के नाम ईमेल द्वारा भेजा है.
ऐसोसिएशन के शहरी जिला अध्यक्ष बिनोद सिंह द्वारा भी एक मांग पत्र उपायुक्त पूर्वी सिंहभूम को सौंपा गया है.उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा डीडीसी और एसडीएम को बिनोद दास के आश्रितों को तमाम सरकारी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया है.मौके पर प्रदेश सचिव नागेंद्र कुमार,शहरी जिला सचिव अरूप मजूमदार,इंद्रजीत भुल्लर,अमिताभ वर्मा,मनोज शर्मा,दिनेश श्रीवास्तव सहित अन्य कई पत्रकार उपस्थित थे.
बिनोद दास के श्राद्ध भोज का पूरा खर्च उठाया
इतना ही नहीं बल्कि बिनोद दास के श्राद्ध भोज का पूरा खर्च उठाने के साथ उनके बेटे अभिषेक दास के एकाउंट में लगभग 70 हजार रुपए तीन दिन में ही भिजवा दिया. यह राशि जमशेदपुर व कुछ जिलों के पत्रकारों और समाजसेवियों ने मिलकर अभिषेक के एकाउंट में सीधे फोन पे और गूगल पे के माध्यम से भेजे.इतना ही नहीं पत्रकारों ने अब बिनोद दास की पोती सृष्टि दास को भी पढ़ाने लिखाने का जिम्मा लिया है.
जमशेदपुर में अपने साथी पत्रकार बिनोद दास की मौत पर झारखंड और विशेषकर जमशेदपुर के पत्रकारों ने जो कर दिखाया उसकी चर्चा सभी जिलों में हो रही है.इस तरह का उदाहरण कोई पहली बार नहीं बल्कि इससे पहले भी लातेहार और जामताड़ा में भी 6 माह पहले ही पत्रकारों ने प्रस्तुत किया है.
ऐसे कई कार्य कर चुका है संगठन
जब जामताड़ा में AISMJWA से जुड़े एक पत्रकार की हालत गंभीर हुई तब सभी पत्रकारों ने स्थानीय लोगों से सहयोग लेना शुरू कर दिया और आखिर उसकी जान बचाई. इसी तरह लातेहार में पत्रकार अजय सिन्हा की संदेहास्पद मौत के बाद उसकी पत्नी को लातेहार और ऐसोसिएशन से जुड़े पत्रकारों ने अन्य जिलों से भी मदद भेजी.इस तरह से पत्रकार साथियों ने अजय सिन्हा की पत्नी को न सिर्फ आर्थिक मदद दी बल्कि बल्कि सभी जिलों से ज्ञापन सौंपा गया और घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई. AISMJWA झारखंड का पहला ऐसा पत्रकार संगठन है जो राज्य के सभी पत्रकारों को बिना किसी भेदभाव के मदद कर रहा है.इस संगठन से जुड़े पत्रकारों को यही सिखाया जाता है कि चाहे किसी भी हाऊस या संगठन से जुड़े पत्रकार हों अगर उन्हें मुसीबत में मदद नहीं मिली तो संगठन बनाने का कोई मतलब नहीं है.