Ranchi news, Jharkhand news : विद्योत्तमा फाउंडेशन के सम्मान-समारोह में साहित्यकार गीता चौबे ‘गूंज’ को उनकी कीर्ति ‘मौसम की अंगड़ाई’ के लिए काव्य कुसुम सम्मान से सम्मानित किया गया। इसमें ट्राॅफी, शाॅल, प्रशस्ति-पत्र के साथ 2100 रुपये की राशि भी दी गयी। साथ ही, उनके दूसरे उपन्यास ‘लम्बी होतीं परछाइयां’ का विमोचन भी हुआ। अकोला से आयी हुईं डॉ. पूनम मनकार पिसे ने उपन्यास की जानकारी देते हुए कहा कि गीता चौबे ‘गूंज’ का यह उपन्यास वृद्ध-विमर्श के साथ-साथ युवा पीढ़ी को भी समर्पित है। नयी और पुरानी पीढ़ी के उचित तालमेल से जीवन की कई समस्याएं सुलझायी जा सकती हैं। यही उपन्यास का मुख्य बिन्दु हैं, जिन्हें छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से बताया गया है। डॉ. पिसे ने इसे एक सफल उपन्यास बताते हुए आगे कहा कि यह उपन्यास हमारे समाज के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
इस कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अजीत बी नागरगोजे, मुख्य अतिथि के. सी. पांडेय, विशिष्ट अतिथि गोविंद झा थे। संचालन सुधा झालानी ने किया। देश के कोने-कोने से आये साहित्यकारों के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय गण्यमान्य जनों से सज्जित इस सभा का धन्यवाद ज्ञापन विद्योत्तमा फाउंडेशन के अध्यक्ष सुबोध मिश्रा ने किया।