Ranchi news, Jharkhand news : भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने सोमवार को कहा कि अगर एनआईसी के सॉफ्टवेयर में भी भूमि माफिया छेड़खानी कर सकते हैं तो यह बेहद गंभीर बात है। सरकार को चाहिए कि जब से भूमि अभिलेखों की रजिस्ट्री ऑनलाइन शुरू हुई है, तब से लेकर आज तक के तमाम अभिलेखों की सघन जांच कराई जाए। यहां जारी एक बयान में श्री तिवारी ने कहा कि आम तौर पर सॉफ्टवेयर में छेड़कानी संभव नहीं होता। लेकिन, अगर ईडी कह रही है कि छेड़खानी हो रही है तो यह बेहद गंभीर मसला है।
अफसरों की मिलीभगत से हो सकता है यह काम
उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर में छेड़खानी स्थानीय स्तर पर भी हुई होगी, ऐसा लगता है क्योंकि एनआईसी की केंद्रीय टीम का इसमें कोई इंट्रेस्ट प्रथम दृष्टया नहीं दिखता। संभव है कि जमीन के दलाल अफसरों से मिल कर सारे गलत काम करते हों। बिना उनकी मिलीभगत के सॉफ्टवेयर में छेड़खानी असंभव है। उन्होंने कहा कि राजस्व, अंचल और रजिस्ट्री कार्यालय के कर्मचारियों-अधिकारियों के बगैर यह गड़बड़ी संभव नहीं। इसलिए इन सभी की जांच कराई जाए और इसके लिए जरूरी हो तो किसी स्वतंत्र एजेंसी की सेवा भी ली जाए। श्री तिवारी ने कहा कि यह तो ईडी की जांच में अभी पता चल रहा है कि सॉफ्टवेयर में छेड़खानी की गई है। यह भी संभव है कि जब से जमीन रजिस्ट्री और भू-अभिलेखों को ऑनलाइन किया गया है, तब से ही गड़बड़ी की जा रही हो और मामला अभी प्रकाश में आया हो। लिहाजा, सरकार को चाहिए कि इसकी गहन जांच कराए।