Jharkhand Update News, Ranch, Monsoon Fresh Mood, Till Now No Sufficient Rain, Sorrowful For Farmers : इस साल झारखंड में मानसून की मेहरबानी दबी-दबी रही। एक तो इसका विलंब से आना हुआ, दूसरे पहले फेज में सक्रियता ठीक रही। मगर, दूसरे फेज में अभी तक जितनी बारिश होनी चाहिए थी, जुलाई गुजर जाने के बाद भी ऐसा नहीं हुआ। पहले की तुलना में अभी भी झारखंड में जितनी बारिश होनी चाहिए थी, उससे 46% की कमी है। यह स्थिति किसानों के लिए सर्वाधिक चिंताजनक है।
5 जिलों में बहुत कम बारिश
रांची मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के सभी जिलाें में बारिश की कमी है। 17 जिलों में हालात ठीक नहीं है। 5 जिलों में तो 60% बारिश कम हुई है। नतीजतन, राज्य में अब तक मात्र 15% ही धान की रोपाई हो पाई है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे साइक्लोनिक सकुर्लेशन और लो प्रेशर का जो असर झारखंड पर दिखना चाहिए था वो नहीं दिखा है। इससे मानसून भी लेट से आया और और बारिश भी अच्छी नहीं हुई।
रांची में 36% कम बारिश
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद की मानें तो बारिश की कमी जुलाई में पूरी होने की उम्मीद थी, पर नहीं पाई। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर तो बना, लेकिन इसका असर ओडिशा, छत्तीसगढ़ और बंगाल में ज्यादा देखने को मिला है। झारखंड में इसका आंशिक असर ही रहा है। 31 जुलाई तक रांची में 207.7 मिमी बारिश हुई, जबकि 324.1 मिमी हाेनी चाहिए थी। मतलब 36 फीसदी कम। वहीं पूरे झारखंड का औसतन बारिश 274.7 मिमी हुई, 508.20 हाेनी चाहिए थी। यानी 46% की कमी है।