गढ़वा जिला अंतर्गत गढ़वा प्रखंड के बघौता गांव के भुइयां टोला में एक युवक के प्रेम में अंधी मां ने ममतामयी संबंधों को शर्मसार किया है। बसंती देवी ने अपनी पांच नाबालिग बच्चियों को छोड़कर प्रेमी के साथ फरार हो गई। इन नाबालिग बच्चियों के सिर से पहले ही पिता का साया उठ चुका है। अब मां के भी छोड़कर चले जाने से ये बच्चियां अनाथ हो गई हैं। इनकी स्थिति ऐसी हो गई कि पांचों बहनें भूख से बिलबिला रही थीं। तब बघौता गांव के ही सतीश यादव ने उन्हें अपने घर में ले जाकर भोजन कराया और उन नाबालिग बच्चियों को सहारा दिया।
मुखिया प्रतिनिधि ने 50 किलो चावल उपलब्ध कराया
मामले की जानकारी मिलने के बाद चिरौंजिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि श्रीकांत दूबे ने उन्हें 50 किलो चावल उपलब्ध कराया। श्रीकांत दूबे ने बताया कि वे इन नाबालिग लड़कियों को सरकारी सहायता दिलाने को प्रयासरत हैं। मिली जानकारी के अनुसार भुइयां टोला निवासी अशोक राम भुइयां की पांच वर्ष पहले ही मौत हो चुकी थी। दंपती को पांच संतानें हैं। सभी पुत्रियां हैं। इनमें सबसे बड़ी बेटी आरती कुमारी 13 वर्ष की है। जबकि सबसे छोटी बेटी छह वर्ष की है। पति की मौत के बाद पांच लड़कियों के भरण पोषण की जिम्मेदारी बसंती देवी ही संभाल रही थीं। लेकिन मंगलवार को वह अपने कथित प्रेमी संग घर से फरार हो गई।
मझिआंव निवासी किशोर संग फरार हुई महिला
ग्रामीणों के अनुसार बसंती का प्रेमी मझिआंव प्रखंड निवासी एक 17 साल का किशोर है। वहीं बसंती देवी की उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि बसंती देवी जब अपनी बेटियों को घर में छोड़कर भागने की तैयारी में थी, तब उसके पड़ाेसियों ने उसे ऐसा करने से मना किया। लोगों के दबाव में वह लड़कियों को आटो में लेकर गढ़वा रवाना हुई। लेकिन कुछ दूर जाकर उसने पांचों बेटियों को आटो से उतार दिया। वहां से पांचों लड़कियां रोते हुए घर लौट आईं।