Patahi, motihari news: एक ओर जहां शिक्षा विभाग स्कूलों के कायाकल्प की दिशा में लगातार प्रयासरत है, वहीं विभागीय कर्मी शिक्षा के मंदिर में विकास के नाम पर खर्च हजारों रुपए को पानी में बहाने से बाज नहीं आ रहें। ताजा मामला राजकीय उत्क्रमित विद्यालय बेलाही राम का है। जहां विद्यालय स्थित एक पोखर से बड़ी मात्रा में बच्चों की फेंकी किताबें मिली है। यह किताबें पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा की अंग्रेजी, उर्दू व गणित विषय की है। पानी में किताबें मिलने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। बताया जाता है कि पानी में फेंकने से पहले किताब को जलाया भी गया था।
बच्चों ने पानी से निकाली किताबें
पोखर से होकर जब बच्चे गुजर रहे थे, तब बड़ी मात्रा में पानी में पुस्तकें बहती मिली। इसके बाद पोखर से बच्चों ने पुस्तकें निकाली। फिर सूखने के लिए किताबों को सुखी जमीन पर रख दिया। इसके बाद खुलासा हुआ कि यह पुस्तकें पहली, दूसरी व तीसरी कक्षा की है। पानी में पुस्तकें मिलने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने इस पर नाराजगी जाहिर की है।
पानी में बहाई जा रही बच्चों की किताबें
ग्रामीणों का कहना है बच्चों को पढ़ने के लिए किताबें मिल नहीं रही, लेकिन रुपए का बंदरबांट करने के लिए किताबों को पानी में बहाया जा रहा। संबधित कर्मियों पर कार्रवाई हो। चालू सत्र में बच्चों को किताबें न बांट कर नदी में क्यों फेंक दी गई? इस पर सवाल-जवाब हो।
चट्टी के बोरा में रखी थी किताबें
फेंकी गई किताबों का खुलासा तब हुआ, जब गांव के ही कुछ बच्चे स्कूल बंद होने के बाद शाम के समय पोखर होकर गुजरें। जहां उन्हें पोखर के अंदर चट्टी का भरा बोरा नजर आया। जब बोरा खोला, तो उसमें बड़ी मात्रा में किताबें रखी मिली। इसके बाद उन्होंने लोगों को जानकारी दी। देखते-देखते ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
किताब वितरण की खुल गई पोल
किताबों का पोखर में मिलना, बेसिक शिक्षा विभाग में किताब वितरण की पोल खोल रहा है। इससे साफ है कि जिम्मेदारों ने किताब वितरण में लापरवाही बरती। अगर सही से जांच हो तो पता चल जाएगा कि किन-किन स्कूलों में किताबों का वितरण नहीं हुआ है।
मामला है गंभीर : बीपीएम
बीपीएम अभिषेक कुमार ने बताया कि मामला गंभीर है। मामले की जांच की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले कर्मियों पर कार्रवाई होगी।