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दूसरे दिन बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर सदन के बाहर विपक्ष का धरना

Jharkhand Ghuspaith

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Ranchi News : झारखंड विधानसभा मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को विपक्ष के सदस्य विधानसभा सदन के बाहर धरने पर बैठ गये। ‘वोट बैंक की राजनीति के लिए मुस्लिम आबादी बढ़ाना बंद करो’, ‘आदिवासी बहन-बेटियों के साथ खिलवाड़ करना बंद करो’, बांग्लादेशी घुसपैठ को संरक्षण देनेवाली सरकार शर्म करो’ लिखीं तख्तियों के साथ उन्होंने धरना दिया और नारेबाजी की।विधानसभा सत्र शुरू होने के पूर्व सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी प्रदर्शन किया। भाजपा सांसद निशिकांत दूबे के बयान के विरोध में नारे लगाये। सत्ता पक्ष के प्रदर्शन समाप्त होने के बाद भाजपा विधायकों ने सरकार विरोधी नारे लगाये। पाकुड़ में छात्रावास में हमले का भी विरोध किया। उन्होंने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की।इस दौरान बाबूलाल मरांडी ने कहा, ‘हम हिन्दू-मुसलमान नहीं कर रहे हैं, जो बांग्लादेशी घुसपैठिये घुस आये हैं, रोहिंग्या घुस आये हैं, उनको निकालने की बात कर रहे हैं। राज्य सरकार उसे पाल पोस रही है।

भाजपा विधायकों ने किया वेल में हंगामा

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर के कहने पर भी जब नहीं माने, तो उन्होंने हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी। इससे पहले विधानसभा में मंत्री हफिजुल हसन ने बाबूलाल मरांडी के बयान पर कहा कि राज्य में घुसपैठ का कोई मामला नहीं है। यह भाजपा का सिर्फ चुनावी स्टंट है। हमें एक भी आदमी घुसपैठिया दिखा दें। उन्होंने कहा कि संथाल में भाजपा का जनधार चूक गया है, इसलिए बौखला कर भाजपा इस तरह का काम कर रही है। मंत्री दीपिका पांडेय ने कहा कि राज्य में कहां घुसपैठिये हैं। केन्ंद्र सरकार की कोई एजेंसी इसकी जांच कर रिपोर्ट दे।

अमित शाह से करिये सवाल, कैसे हो रहा घुसपैठ

कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भाजपा शुरू से ही डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी पर विश्वास करती है। झारखंड में भी वह डिवाइड रूल की पॉलिसी को लाना चाहती है। राजेश कच्छप ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की मानसिकता ही है, 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन में भी उनके पूर्वजों ने भी अंग्रेजों का साथ दिया था और गुलामी की थी। उस समय के भी स्वतंत्रता सेनानी को भी डिवाइड एंड रूल से बांटने की कोशिश की थी। यही पॉलिसी भाजपा देश और झारखंड में करना चाहती है।विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि घुसपैठ वाला मुद्दा भाजपा का इस बार प्रमुख मुद्दा है। उन्होंने कहा, ‘हमारा बस यही कहना है कि बीजेपी वाले अमित शाह को क्यों गाली दे रहे हैं ? अमित शाह पर झारखंड के विधायक और सांसद को विश्वास नहीं है क्या। जब अमित शाह के जिम्मे बॉर्डर की सुरक्षा है, अमित शाह का पूरा फोर्स वहां लगा हुआ है, जिसके नाम पर वह राजनीति करते हैं, बांग्लादेश का नाम सामने आ रहा है और यदि आप बांग्लादेश घुसपैठियों की बात कर रहे हैं, तो आप अमित शाह पर सवाल उठा रहे हैं। आखिर विदेशी बिना परमिशन कैसे आ रहे हैं। आप अमित शाह से सवाल कीजिए। आप झारखंड में हल्ला क्यों कर रहे हैं।

झारखंड विधानसभा में हंगामे के बीच 4833.39 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश

झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरुआत हंगामे के साथ हुई। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की तरफ से सदन के बाहर हंगामा किया गया। हंगामे के बीच प्रभारी मंत्री रामेश्वर उरांव ने 4833.39 करोड़ का प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया। 30 जुलाई को उस पर चर्चा की जायेगी, जिसके बाद बजट पास होगा। अनुपूरक बजट पेश होते ही विपक्ष के हंगामे के बाद स्पीकर ने सदन मंगलवार 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

मुझे शर्म आती है कांग्रेस की सोच पर : विरंची नारायण

इससे पहले एक तरफ सत्ता पक्ष के विधायक निशिकांत दुबे के संसद में दिये गये बयान पर भाजपा को घेरते नजर आये, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के विधायक बदलती डेमोग्राफी और पाकुड़ की घटना को लेकर हमलावर दिखाई दिये। सदन के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्ष ; दोनों की तरफ से जम कर नारेबाजी हुई और धरना दिया गया। भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कांग्रेस विधायक नेहा शिल्पी तिर्की के बयान पर कहा, ‘इसका सबसे अच्छा जवाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर हैं, जो बिहार से आते हैं, इसका मतलब वह घुसपैठी हैं। मंत्री रामेश्वर उरांव भी बिहार से ही हैं, तो उनको भी घुसपैठी कह देंगे। मुझे शर्म आती है कांग्रेस की सोच पर और इस बयान की घोर निंदा करता हूं।’

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