Palamu news, naxal news : राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत दो माओवादी नक्सलियों ने पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से एक नक्सली पर पांच लाख रुपये का इनाम था।
बुधवार को पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त ए.दोड्डे, पलामू एसपी चंदन सिन्हा, गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा, सीआरपीएफ कमांडेंट सुदेश कुमार, आईपीएस ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार, एनडीसी शैलेश कुमार की मौजूदगी में नौडीहा बाजार निवासी सबजोनल कमांडर संतु भुइयां उर्फ संतोष भुइयां और नावाबाजार निवासी सबजोनल कमांडर राजेश ठाकुर ने आत्मसमर्पण किया। इन अधिकारियों ने दोनों नक्सलियों को माला पहना कर व बुके देने के साथ शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया। अधिकारियों ने दोनों नक्सलियों को एक-एक लाख का चेक भी प्रदान किया।
संतु भुइयां पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था
एसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि संतु भुइयां उर्फ संतोष भुइयां पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। संतोष भुइयां दो दर्जन से अधिक बड़ी घटनाओं में संलिप्त है। माओवादी नक्सली राजेश ठाकुर भी आधा दर्जन से अधिक बड़ी घटनाओं में संलिप्त है। दोनों नक्सलियों के खिलाफ जिले के भंडरिया, नौडीहा, पांकी, छत्तरपुर और मदनपुर के थाने में मामले दर्ज हैं। आईजी राजकुमार लकड़ा और उपायुक्त ए. दोड्डे ने कहा कि दोनों आत्मसमर्पण करनेवाले नक्सलियों और उनके परिवार को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सारी सुविधाएं मुहैया करायी जायेंगी।
निजी समस्याओं के कारण हथियार उठाया
इस मौके पर माओवादी नक्सली संतु भुइयां और राजेश ठाकुर ने कहा कि वे अपनी निजी समस्याओं को लेकर संगठन में शामिल होकर हथियार उठाने को मजबूर हुए थे। उन्होंने कहा कि लोभ देकर नक्सली संगठन में शामिल कराया जाता है, लेकिन बाद में कोई लाभ नहीं मिलता है। संगठन सिर्फ उपयोग करते हैं। इन माओवादियों के आत्मसमर्पण से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है।