धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के सेंट्रल हॉस्पिटल के समीप विगत 16 फरवरी की रात मंजीत साव उर्फ पिंटू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जमीन विवाद को लेकर इस हत्या का आरोप उसके चाचा, चचेरे भाई और उसकी पत्नी पर लगा था। पुलिस ने 17 फरवरी को चाचा अजीत साव, बहू संजू देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फिर किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। करीब 3 महीने के बाद अब 21 मई को पुलिस ने फरार सभी 6 आरोपियों के घर के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका कर सरेंडर करने की चेतावनी दी है।
घर आते-जाते रहते हैं सभी फरार आरोपी
हत्या के आरोपी दो शूटर सहित तीनों भाई राम सुंदर, श्याम सुंदर,शिव सुंदर और बहू निर्मला देवी, खुशबू देवी, ज्योति देवी सभी फरार हैं। सभी के घर में ताला बंद है। इन सभी लोगों पर मृतक पिंटू की पत्नी उषा देवी ने हत्या का मामला दर्ज कराया था। उषा देवी और मृतक की मां आशा देवी का कहना है कि पुलिस इश्तेहार चिपका रही है, जबकि सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। कहा कि सभी घर की देखभाल के लिए दो – तीन दिन के बीच में आते-जाते रहते हैं। सभी स्टील गेट के पास रह रहे हैं। यहां तक कि उन्हें दूध ले जाने और सरायढेला हॉस्पिटल के पास दुकान खोलते भी देखा गया है. परंतु पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही।
पीड़ित पक्ष को बच्चों की चिंता
मृतक मंजीत साव उर्फ पिंटू की पत्नी और मां का कहना है कि वे लोग बच्चों के साथ भी कुछ कर सकते हैं। इसीलिए दरवाजा बंद कर बच्चों को अंदर ही रखते हैं। बाहर नहीं निकलने देते हैं। मां ने कहा कि बेटे की तो हत्या कर दी, अब पोतों को नहीं खोना चाहती। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करे और और उन्हें सजा दिलाएं तो हमें न्याय मिलेगा।
नहीं किया सरेंडर तो होगी कुर्की-जब्ती: थाना प्रभारी
इस मामले में सरायढेला थाना प्रभारी किशोर तिर्की ने कहा कि सरेंडर करने की चेतावनी के साथ उनके घर में इश्तेहार चिपकाया गया है। सरेंडर नहीं करने पर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई होगी। आरोपियों के खुलेआम घूमने के सवाल पर कहा कि अगर वे लोग आरोपियों को देखते हैं तो पुलिस को सूचना दें। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी।