Jharkhand News : आने वाले दिनों में झारखंड में बिजली महंगी हो सकती है। क्योंकि झारखंड बिजली वितरण निगम (JBNL) ने 16 से 17 प्रतिशत तक बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इधर, झारखंड विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर झारखंड बिजली वितरण निगम से स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट में झारखंड बिजली वितरण निगम (JBNL) की वार्षिक रिपोर्ट (annual report) में कुल 6500 करोड़ रुपये का घाटा दिखाते हुए कहा है कि पिछले 2 वर्षों से बिजली दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। वहीं निगम का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में घाटे को पाटने के लिए बिजली घर में बढ़ोतरी अति आवश्यक है।
एक सप्ताह में आयोग को स्पष्टीकरण देगा जेवीएनएल
झारखंड बिजली वितरण निगम (JBNL) ने चालू वित्तीय वर्ष में विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली टैरिफ पर फैसला न लेने के कारण 1800 करोड़ रुपये की क्षति दिखाई है। कुल मिलाकर झारखंड बिजली वितरण निगम (JBNL) ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 9000 करोड़ का खर्च दिखाया है। इस मामले को लेकर नियामक आयोग ने जेवीएनएल से स्पष्टीकरण की मांग की है। आयोग को जेवीवीएनएल इस मामले में एक सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा।
झारखंड के सभी प्रमंडलों में शुरू होगी जनसुनवाई
झारखंड बिजली वितरण निगम के प्रस्ताव के अनुसार बिजली की वतर्मान दर में 16-17 प्रतिशत बढ़ाने की मांग की गई है। फिलहाल इस प्रस्ताव पर आयोग बारीकी से अध्ययन कर रहा है। आयोग अपने स्तर से इस मामले में पूरी तरह से संतुष्ट होने के लिए जनसुनवाई की प्रक्रिया शुरू करेगा। यह जनसुनवाई चालू माह अक्टूबर में ही शुरू हो सकती है। बताते चलें कि यह जनसुनवाई राज्य के सभी प्रमंडलों में होगी। इसके बाद ही बिजली दर के टैरिफ का निर्धारण किया जाएगा।