Jharkhand news, Jharkhand update, Ranchi news, Ranchi update, Ranchi latest news, Jharkhand latest news : कमरतोड़ महंगाई वाले इस युग में जहां दिन प्रतिदिन खाद्य सामग्री से लेकर अन्य उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत आसमान छू रही है, वहां दो दशक से भी अधिक समय से अगर किसी उत्पाद की कीमत स्थिर रहे तो आश्चर्य तो होगा ही। हम आपको आज कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं अपनी रांची की। यहां दो दशक से भी अधिक समय से एक शख्स मात्र एक रुपए में समोसा बेच रहा है। आश्चर्य यह कि एक रुपए में समोसा बेचकर भी इनका गुजारा मजे में चल रहा है। अब आप ही बताएं जब एक रुपए में समोसे मिलेंगे तो लाइने लगेंगी हीं। तो आइए हम आपको ले चलते हैं समोसे की उस दुकान तक…, जहां पकौड़ियां भी इसी बजट में उपलब्ध है।
रांची के धुर्वा में सजती है अरुण की दुकान, यहां तीन रुपये की चाय और 10 रुपये में 10 पकौड़ियां
तो अब हम आपको ले चलते हैं, राजधानी रांची के धुर्वा स्थित धुर्वा डैम के बिल्कुल बगल में अरुण समोसा की दुकान पर। लोकेशन आसान है, आप किसी से पूछ कर भी वहां पहुंच सकते हैं। जमाना मोबाइल का है तो यहां पहुंचने के लिए आप गूगल मैप की भी ले सकते हैं मदद। यहां आज भी तीन रुपए में आपको एक प्याली चाय और 10 रुपये में 10 पकौड़ियां मिल जाएंगी। समोसे कीमत तो आप जानी चुके हैं।
क्या है अरुण का फंडा
दरअसल, अरुण सुन नहीं सकते। इसलिए उन्हें बाहर कहीं भी काम करने में दिक्कत आ रही थी। ऐसे में उन्होंने समोसे की दुकान खोल ली। समय तेजी से बदलता गया, परंतु न तो समोसे की कीमत बढ़ी और न ही क्वालिटी में ही अंतर आया। हां, उसके साइज थोड़े छोटे जरूर हो गए। अरुण कहते हैं की सस्ता बिजनेस ए घाटा नहीं होता बल्कि इससे अधिक खरीदारी होती है और मुनाफा भी अपेक्षित निकलता है। जब वह 20 वर्ष के थे तब से ही समोसा बेच रहे हैं, आज भी उनके पास ग्राहकों की कोई कमी नहीं।