Ranchi News : केंद्र सरकार ने देश के जिन 100 शहरों को स्मार्ट बनाने की परिकल्पना की है, रांची भी उनमें से एक है और वह तेजी से स्मार्टनेस की ओर अग्रसर है। राजधानी रांची के एचईसी स्थित कोर कैपिटल एरिया में लगभग 600 एकड़ भूमि पर आकार ले रही स्मार्ट सिटी का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अपनी रांची किस हद तक इस परिकल्पना के धरातल पर उतरने के बाद स्मार्ट हो जाएगी इसका अंदाजा आप महज एक उदाहरण से लगा सकते हैं। ईश्वर न करें, आप दुर्घंटनाग्रस्त हो गए हों, अचानक बीमार पड़ गए हों, कोई वारदात हो गया हो तो आपको रांची स्मार्ट सिटी एप पर महज एक क्लिक करना होगा, चंद मिनट में आपके आसपास का लगभग सात सेकंड की रिकार्डिंग संबंधित पुलिस स्टेशन तक पहुंच जाएगी और बिना किसी सूचना के पुलिस आपकी सहायता को आपके समक्ष उपस्थित हो जाएगी।
बहुत काम के हैं चौक-चौराहों पर लगे ये 50 येलो बॉक्स
पुलिस, स्वास्थ्य सेवा, अग्निशमन या अन्य सेवा की जरूरत अगर आप महसूस कर रहे हों तो आपको सरकारी मशीनरी की सहायता के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं। आपको बता दें शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर एक पीले रंग का बॉक्स लगा आपको नजर आएगा, जिसकी संबद्धता सीधे कंट्रोल रूम से है। इस बॉक्स में एक बटन है, जिसे दबाते हैं, इमरजेंसी कॉल संबंधित सेवा प्रदायी अथॉरिटी के पास पहुंच जाएगा और आपको तत्काल मदद मिल जाएगी। है न कमाल की बात।
मिनटों में ग्रीन कॉरिडोर
रांची को स्मार्ट बनाने की घड़ी में एटीसीएस सिस्टम को भी इंस्टॉल किया गया है। इस एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को कुछ इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह चंद मिनट में ग्रीन कॉरिडोर के निर्माण में सक्षम है। यह एक ऐसी तकनीक है, जिससे ट्रैफिक सिग्नल ऑटोमेटिक भीड़ के हिसाब से सिग्नल के विभिन्न रंगों को मैनेज कर लेता है।