Ranchi News : झारखंड में उत्पाद सिपाही बहाली की परीक्षा दोबारा शुरू की जायेगी। सिपाही बहाली के दौरान दौड़ में भाग लेने वाले 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के निर्देश पर बहाली की प्रक्रिया रोक दी गयी थी। लेकिन, अब नये नियमों और बदले समय के साथ बहाली की प्रक्रिया फिर से शुरू की जा रही है।
पला6मू के अभ्यर्थियों की दौड़ दूसरे जिलों में आयोजित करायी जायेगी
इस सम्बन्ध में गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी हेडक्वार्टर आरके मल्लिक ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बहाली की प्रक्रिया में कई तरह के बदलाव किये गये हैं। 10 सितम्बर से बहाली शुरू की जायेगी। इसके साथ ही पलामू जिला में बहाली के लिए दौड़ का आयोजन नहीं किया जायेगा। पलामू के अभ्यर्थियों की दौड़ दूसरे जिलों में आयोजित करायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि छह जिलों में बहाली के लिए कैम्प लगाये गये हैं। इनमें रांची के स्मार्ट सीटी क्षेत्र, रांची के झारखंड जगुआर, गिरिडीह के पुलिस केन्द्र, हजारीबाग के पदमा के जेएपीटीसी, जमशेदपुर के मुसाबनी के सीटीसी, साहेबगंज में झारखंड सशस्त्र पुलिस बल (जैप -2 )शामिल है।
शारीरिक दक्षता परीक्षा 10 सितम्बर से प्रारम्भ होगी
उन्होंने बताया कि शेष अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता परीक्षा 10 सितम्बर से प्रारम्भ होगी। इन छह केन्द्रों पर जिन अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा 03 सितम्बर, 2024 से होनी थी, अब वह प्रतिदिन तीन-तीन हजार के दर से 10 से 11 सितम्बर को होगी। इसी प्रकार इन छह केन्द्रों पर जो शारीरिक दक्षता परीक्षा 04 सितम्बर को होनी थी, वह अब तीन-तीन हजार की दर से 12 एवं 13 सितम्बर को होगी।
उन्होंने कहा कि पलामू में कोई शारीरिक दक्षता परीक्षा नहीं होगी। वहां के शेष बचे अभ्यर्थियों, जिनका परीक्षा 03 सितम्बर से 09 सितम्बर से होनी थी, वे अब शेष छह चयन पर्षद में अलग-अलग स्थानों पर की जायेगी। यह परीक्षा दिनांक 19 एवं 20 सितम्बर को सम्पन्न होगी। उन्होंने बताया कि इन सभी अभ्यर्थियों के लिए नया एडमिट कार्ड झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के जरिये अतिशीघ्र निर्गत किया जायेगा।
दौड़ में शामिल अभ्यर्थियों की मृत्यु का कारण नहीं चल पाया है
समीक्षा के दौरान यह बात स्पष्ट हुई कि अभी तक जिन अभ्यर्थियों की मृत्यु हुई है, उनके मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। अन्त्यपरीक्षण के बाद आगे की जांच हो रही है। यह अनुमान लगाया गया कि जिनका भी आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण हुआ है, उसका कारण सम्भवत: हृदय गति का रुकना हो सकता है। इसलिए यह निर्णय लिया गया कि सभी प्रतिभागी, जो आनेवाले दिनों में शारीरिक दक्षता परीक्षण में शामिल होनेवाले हैं, उन्हें कई परामर्श भी दिये गये हैं। इनमें अगर उन्हें कोई लम्बी बीमारी हुई हो अथवा कभी सांस फूलने की बीमारी हुई हो, तो वे निश्चित रूप से अपने चिकित्सक से परामर्श कर लें। साथ ही, यदि उन्हें हृदय गति तेज होने की शिकायत रही हो अथवा दौड़ते समय कठिनाई होती है, तो वे अपने चिकित्सक से परामर्श कर लें।
सभी परीक्षण केन्द्रों पर प्राप्त मात्रा में आक्सीमीटर एवं रक्तचाप मापने का मशीन उपलब्ध करायी जायेगी। जो भी अभ्यर्थियों को दौड़ के पहले कोई चिकित्सा की परेशानी हो, तो वे अपनी जांच करा लें।