सीबीआई ने रांची, देवघर सहित 12 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस दौरान सीबीआई ने 65.5 लाख नकद रुपये समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं। रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकॉनोमिक सर्विसेज (राइट्स) के अशोक नगर, मंदिर मार्ग स्थित कार्यालय में छापेमारी की थी।
2.72 लाख घूस लेते सीबीआई किया था गिरफ्तार
यहां दस्तावेजों में हेराफेरी, बिल भुगतान के एवज में ठेकेदार के कर्मी से 2.72 लाख रुपये घूस लेते सीबीआई ने आरोपितों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार आरोपितों में राइट्स के महाप्रबंधक (परियोजना) अभय कुमार, उप महाप्रबंधक (परियोजना) राजीव रंजन और देवघर की हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के ऑनर राजीव रंजन भी शामिल थे। इन गिरफ्तार आरोपितों की निशानदेही पर शुक्रवार को सीबीआई ने इस मामले से जुड़े सभी आरोपितों के रांची, पटना, देवघर, गुरुग्राम और रामगढ़ स्थित 12 ठिकानों पर छापेमारी की है।
2 जून को दर्ज किया गया था मामला
इस मामले में सीबीआई की रांची ब्रांच ने बीते 2 जून को राइट्स के दोनों अधिकारियों, हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के संचालक और उनके कर्मी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने इन ठिकानों में छापेमारी की। इनमें राइट्स के महाप्रबंधक परियोजना अभय कुमार के पटना, चंपारण और रांची के अशोक नगर स्थित ऑफिस, उप महाप्रबंधक राजीव रंजन के रांची के मोरहाबादी तेतरटोली, राजवंशी नगर पटना स्थित ऑफिस, ठेकेदार अवतार सिंह के देवघर, गुरुग्राम हरियाणा और देवघर स्थित हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि
नियम का उल्लंघन कर बिल में की जा रही थी हेराफेरी
सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामले के अनुसार, देवघर की हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (एचसीपीएल) और मध्य प्रदेश के सतना की मेहरोत्रा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड (एमबीपीएल) की संयुक्त कंपनी को पतरातू स्थित परियोजना का ठेका दिया गया था। सीबीआई की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि राइट्स के अधिकारी टेंडर को सुचारू बनाने और ठेकेदार के बिल भुगतान के लिए रिश्वत लेकर नियम के खिलाफ जाकर मापन पुस्तिका तथा बिल में हेराफेरी कर रहे हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपितो को आज क्षेत्राधिकार न्यायालय में पेश किया गया और उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।