Jamshedpur Jharkhand news : जमशेदपुर के शारदामणि गर्ल्स हाई स्कूल साकची में परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े जाने पर नौवीं कक्षा की छात्रा के कपड़े उतरवाने औश्र पिटाई करने के मामले को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। इस घटना से दुखी छात्रा ने शुक्रवार को अपने घर में खुद को आग लगा ली थी। छात्रा 80 प्रतिशत तक झुलस चुकी है और जमशेदपुर स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। शनिवार को इस मामले पर लोगों का आक्रोश भड़क उठा। उन्होंने स्कूल में और शिक्षा विभाग के दफ्तर में जमकर हंगामा किया। इस बीच पुलिस ने आरोपित शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया है। उधर स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका को निलंबित कर दिया है। छात्रा के स्वजनों ने शिक्षिका चंद्रा दास व स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सीतारामडेरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
स्कूल में जमकर हुआ हंगामा
घटना से आक्रोशित ग्रामीण भारी संख्या में स्कूल परिसर में जुटे और वहां जमकर हंगामा व पत्थरबाजी की। स्कूल परिसर में स्थित आरोपित शिक्षिका के घर पर भी लोगों ने पत्थरों से हमला कर दरवाजे और कांच की खिड़कियां तोड़ दी। सुबह 5:30 बजे से लेकर 10 बजे तक ग्रामीण यहां हंगामा करते रहे। इसके बाद वह जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय पहुंचे और वहां दोपहर के 2.30 बजे तक धरना-प्रदर्शन किया। ग्रामीण स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे और आरोपित शिक्षिका को गिरफ्तार व बर्खास्त करने तथा पीड़ित छात्रा के इलाज का खर्च स्कूल द्वारा वहन करने की मांग कर रहे थे।
स्कूल पर कड़ी कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने स्कूल पर भी कार्रवाई की मांग की। जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया ने बताया कि मामले की जांच के लिए शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है। इसकी रिपोर्ट भी 24 घंटे में मिल जाने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आरोपित शिक्षिका को स्कूल प्रबंधन द्वारा निलंबित कर दिया गया है। अन्य आवश्यक कानूनी कार्रवाई जांच रिपोर्ट के बाद होगी। इसके बाद प्रदर्शनकारी शिक्षा विभाग से हटे। इस दौरान विभाग का मुख्य द्वार लगभग पांच घंटे तक बंद रहा।
क्लासरूम में शिक्षिका ने सबके सामने उतरवाए कपड़े
टीएमएच में जिला प्रशासन की ओर से निुयक्त मजिस्ट्रेट ज्योति कुमारी के सामने शारदामणि गर्ल्स हाईस्कूल की पीड़ित छात्रा ने बयान दिया है। छात्रा ने अपने चाचा परसुनाथ मुखी, मां सरस्वती मुखी, बड़ी मां सरस्वती मुखी के सामने दिए गए फर्द बयान में बताया है शिक्षिका चंदा ने क्लासरूम में ही सबके सामने उसके कपड़े उतरवाए। इससे पहले नकल करने को लेकर उसके साथ मारपीट भी गई। क्लासरूम में सलवार सूट उतरवाए जाने से मैं शर्मसार हो गई। इस कारण घर में पहुंचने के बाद शरीर पर तेल छिड़ककर आग लगा दी। छात्रा के इस बयान को आधार बनाकर सीतारामडेरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
प्रशासन व शिक्षा विभाग कर रहा अलग-अलग जांच
इस मामले को लेकर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की टीम अलग-अलग जांच कर रही है। दोनों टीमों ने स्कूल में रात नौ बजे तक घटना के संबंध में शिक्षकों, स्टाफ व छात्राओं से जानकारी प्राप्त की। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला। उपायुक्त की ओर से गठित टीम में एसडीओ संदीप कुमार मीणा व जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया शामिल हैं। इन्हें उपायुक्त विजया जाधव की ओर से 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई स्कूल या शिक्षिका पर की जाएगी। इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम का गठन जिला शिक्षा विभाग की ओर से किया गया है। इस टीम का नेतृत्व जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी कर रही हैं।