Hazaribagh news: दक्षिण अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 27 प्रवासी मजदूर, जिनमें से विष्णुगढ़ प्रखंड के 05 प्रवासी मजदूर अचलजामो के बिसुन, जोबर के टेकलाल महतो, खरना के छत्रधारी महतो, भीखन महतो एवम चानो के चिंतामणि महतो हैं, उन्हें बकाया वेतन का भुगतान कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले चार दिनों में उनकी वतन वापसी होगी। भारतीय दूतावास की मदद से झारखंड के विभिन्न जिलों समेत विष्णुगढ़ के प्रवासी मजदूरों की वतन वापसी को लेकर सम्बन्धित कम्पनी व मजदूरों के बीच सफल वार्ता हुई। इससे सम्बन्धित प्रवासी मजदूरों ने लिखित बयान जारी किया है। बताया है कि उन्होंने आर्थिक समस्या से बीते लगभग चार माह से जूझने के कारण एलएंडटी कम्पनी द्वारा अफ्रीका ले जाकर काम करवाने के बावजूद मजदूरी उपलब्ध नहीं करने का वीडियो वायरल किया था, जो गलत था। लोगों ने अपनी भूल को स्वीकार करते हुए कहा है कि गलत जानकारी के कारण जारी किये गये वीडियो से भारत तथा कैमरून के मधुर सम्बन्ध को क्षति पहुंची है। उक्त मजदूरों को एलएंडटी कम्पनी नहीं, बल्कि विनायक पावर नामक एजेंसी के माध्यम से अफ्रीका जाने की बात बतायी है। इसका निष्पादन विनायक कम्पनी तथा एलएंडटी कम्पनी की मध्यस्थता के कारण सफल हो पाया और लगभग 04 माह के बकाया वेतन के भुगतान के साथ वतन वापसी का भी रास्ता साफ हो गया है। उक्त खबर की सूचना पर प्रवासी मजदूरों के परिवार में खुशी देखी जा रही है।
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