Jharkhand news : बालू की कमी के कारण पिछले कुछ महीनों से राज्य में निर्माण कार्य रुके पड़े थे। अब निर्माण कार्यों को नए सिरे से गति मिलेगी। क्योंकि झारखंड राज्य खनिज विकास निगम ने आम उपभोक्ताओं से लेकर थोक कारोबारियों तक के लिए बालू सुनिश्चित कराने का रास्ता निकाल लिया है। रविवार से आनलाइन आवेदन के साथ ही बालू की आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी। राज्य के नौ जिलों में से 21 घाटों के माध्यम से बालू की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इस मामले में खान निदेशक अमीत कुमार ने बताया कि राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि जिस व्यक्ति अथवा संस्थान ने बालू की बुकिंग कराई है, उसे ही उसकी आपूर्ति हो।
कुछ जिलों में बनी रहेगी परेशानी
पहले से निगम के पास ऐसी शिकायतें आई थीं कि दूसरे के हिस्से का बालू कोई और उठाकर ले गया था। अभी कुछ जिलों में बालू घाटों का टेंडर फाइनल नहीं होने के कारण वहां परेशानी बनी रहेगी। ऐसे जिलों में रांची भी शामिल है। खनिज विकास निगम इन जिलों के घाटों के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने की कवायद में है। अगले कुछ दिनों में इस प्रक्रिया को पूरा कर लेने का दावा भी किया जा रहा है।
पिछले कई महीनों से कायम था राज्य में बालू संकट
गत कई महीनों से राज्य के लोग बालू संकट से जूझ रहे लोगों को अब राहत मिलनेवाली है और इसके लिए झारखंड राज्य खनिज विकास निगम ने पूरी तैयारी कर ली है। निगम ने अपने पोर्टल के माध्यम से आम लोगों को बालू की बुकिंग कराने की सुविधा मुहैया कराई है और यहां भुगतान करने के बाद आसानी से लोग बालू का उठाव कर सकते हैं। राज्य में फिलहाल नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के आदेश के कारण बालू खनन पर रोक लगी हुई थी जो रविवार से हटा दी जाएगी।
रोक हटने के साथ ही तत्काल शुरू होगा डिस्पैच
रोक हटने के साथ ही कई जिलों के घाटों से डिस्पैच तत्काल शुरू हो जाएगा, जबकि कुछ जिलों में एक से दो दिन का समय लग सकता है। बालू उपलब्ध होने से पूरे राज्य में बालू की कीमतें भी नियंत्रित होंगीं। ज्ञात हो कि 12-15 हजार रुपये में एक हाइवा बालू मिल रहा था, लेकिन कभी नियमों के अड़चन और कभी घाटों पर बालू की कमी के कारण इसकी कीमत 50 हजार रुपये प्रति हाइवा तक हो गई थी। अभी भी 30 हजार रुपये प्रति हाइवा के आसपास की कीमत पर बालू मिल रहा है। बहरहाल, निगम की ओर से बालू को लेकर जारी विज्ञापन के साथ ही इसकी कीमतें कम होनी तय मानी जा रही हैं।
आज से इन जिलों के इन घाटों पर मिलेगा बालू
खूंटी – कुडरी, ओकरा, सिमला और डोरमा
गढ़वा – खारसोता, पचडूमर।
गुमला – बीरी, लारंगो, केराडीह।
हजारीबाग – नवाटांड़ ।
कोडरमा – काटी मुर्तिया, लठबेदवा।
चतरा – ग्रहकेदली, लहसिंघना खुर्द, बान्की, गोरी घाट।
देवघर – बसतपुर एवं मलझार, केतरिया टांड़, पंडनिया, जुगटोपा, रानीगंज।
दुमका – फुलसहरी, कुसुमघाटा।
सरायकेला – जोरगोडीह।