धनबाद की बेजरा पंचायत बराकर नदी घाट पर छापेमारी करने पहुंचे एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी और खनन विभाग की टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। करीब एक घंटे तक छापेमारी दल को सैंकड़ों ग्रामीणों ने सड़क किनारे दोनों ओर बांस एवं अन्य सामान रखकर रास्ते को अवरूद्ध कर दिया. एसडीएम की सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत किया। करीब एक घंटे तक अधिकारियों को बंधक बनाने के बाद उनको जाने दिया।
बैरंग लौटा छापेमारी दल
खबर के अनुसार छापेमारी की सूचना पहले ही ग्रामीणों को लग चुकी थी। जिस कारण टीम को विशेष सफलता हाथ नही लगी।बालू घाट पर एक भी वाहन नही मिले। बालू उठाव में लगे नाव भी मौके से गायब पाए गए। घाट पर बालू का स्टॉक छापेमारी दल को मिला है। छापेमारी दल स्टॉक की जांच करने के बाद दूसरे घाटों पर छापेमारी कर रही है।
बालू से चलती है जीवन की गाड़ी
स्थानीय लोगों के मुताबिक उनके पास कोई रोजगार नही है। मैथन डैम के निर्माण के दौरान उनकी ज़मीन चली गई। जीवन यापन करने में कठिनाई होती है। ऐसे में ट्रैक्टर से बालू के उठाव के कारण ही उनकी रोजी रोटी चलती है। ऐसे में प्रशासन की कार्रवाई से रोजी रोटी पर भी आफत आ जायेगा। इसलिए प्रशासन की टीम का विरोध किया जा रहा है.