Ranchi news: स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के राज्य परियोजना निर्देशक आदित्य रंजन ने आखिरकार रविवार को शिक्षक संघों के समक्ष अपने पूर्व में दिए गए बयान को वापस ले लिया है। इसी के साथ शिक्षक संघों ने अपना आंदोलन भी समाप्त कर दिया है। बता दें कि कुछ दिन पहले निर्देशक आदित्य रंजन का एक वीडियो वायरल हुआ था। उसे वीडियो में आदित्य रंजन शिक्षकों के संबंध में आपत्तिजनक बातें कहते दिख रहे थे। उनके इस बयान से राज्य के तमाम शिक्षक और उनके संघों ने आपत्ति जताई थी। इस मामले को लेकर शिक्षक आंदोलनरत थे। मामला बिगड़ता देख निर्देशक आदित्य रंजन ने रविवार को सभी शिक्षक संघ की बैठक बुलाई और अपने दिए गए वक्तव्य पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैंने यह बातें किसी दूसरे संदर्भ में कहीं थीं। लेकिन आधी बात वाला वीडियो किसी ने वायरल कर दिया। इस कारण शिक्षकों को गलतफहमी हुई। उन्होंने शिक्षक संघों की बैठक में कहा कि उनका इरादा शिक्षक समाज को अपमानित करने का नहीं था। निदेशक की बातें सुनने के बाद सभी शिक्षक संघों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। इसी के साथ पिछले तीन-चार दिनों से चल रहे विवाद का पटाक्षेप हो गया।
शिक्षक संगठनों और परियोजना निदेशक में हुई वार्ता
बैठक के दौरान शिक्षक संघों ने निदेशक से कहा कि आपके स्पष्टीकरण से हम सब संतुष्ट हैं, लेकिन भविष्य में आप ऐसी बातें कहने से परहेज करें, जिससे दूसरे को अपमान महसूस हो। जेपीएससी सभागार में आयोजित इस बैठक में झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ, प्राथमिक माध्यमिक एवं प्लस टू तथा झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता सभा में उपस्थित सबसे वरिष्ठ शिक्षक प्रतिनिधि राजेंद्र कुमार शुक्ला ने की। बैठक में शिक्षकों के सम्मान को लेकर वायरल हुए वीडियो को लेकर परियोजना निदेशक के द्वारा स्पष्ट किया गया कि मेरा यह वक्तव्य बचपन में हुई एक घटना के संदर्भ में था। वीडियो के पहले भाग को जानबूझकर क्रॉप करके वायरल किया गया है। फिर भी इस वीडियो से यदि किसी शिक्षक के सम्मान को ठेस पहुंचा है तो मैं इसके लिए खेद प्रकट करता हूं।
तीन माह पर बैठक करने पर निदेशक ने जताई सहमति
इस दौरान शिक्षक संगठनों ने इस वीडियो से शिक्षकों के सम्मान को होने वाले नुकसान और इससे पूर्व के घटनाक्रमों के कारण शिक्षकों के मन में विभाग के प्रति रोष के वास्तविक कारण को विस्तार पूर्वक रखा। साथ ही यह मांग की कि परियोजना निदेशक महोदय इस वीडियो की वास्तविकता से आमजनों को अवगत करायें तथा प्रत्येक तीन माह में शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर राज्य सरकार की योजनाएं एवं उन्हें धरातल पर उतारने में आने वाले व्यावहारिक समस्याओं पर चर्चा करें। इस पर परियोजना निदेशक ने सहमति व्यक्त किया। आज की बैठक में झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड एम्पलाइज फेडरेशन, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ, झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ, उर्दू प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ शहित कई संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस बैठक में JHORO TAP अध्यक्ष विक्रांत सिंह, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव बलजीत कुमार सिंह, राममुरती ठाकुर,रविन्द्र सिंह, योगेन्द्र ठाकुर सहित सभी शिक्षक संघ के सदस्य मौजूद रहे।