महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो भी सहयोग होगा वह करेंगे। यह बात बस्ताकोला क्षेत्र के जीएम सोमेन चटर्जी और चांद कुइयां ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया मनोज सिंह ने मंगलवार को कुइयां परियोजना के व्यूप्वाइंट के समीप महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्री को देखने के बाद कही। पूर्व मुखिया ने बताया कि 6 माह पूर्व समिति की ओर से कुछ महिला आई थीं और यहां के महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारे पास अपनी योजना को बताईं। हम लोगों ने पंचायत की लगभग 300 महिलाओं को इस काम में जोड़ा आज घर-घर में महिलाएं सोयाबीन मसाला पापड़ जैसे घरेलू उपयोग में आने वाली सामग्री बनाकर पैकिंग करती हैं और मार्केट से कम दाम में इसे लोगों तक पहुंचाती हैं।
अधिकारियों ने सहयोग का दिया आश्वासन
जब बस्ताकोला क्षेत्र के अधिकारियों और कर्मचारियों इस बात की जानकारी दी गई तो जीएम से लेकर परियोजना पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार सिंह प्रबंधक संजीव कश्यप तथा मजदूरों ने इनकी बनाई गई वस्तुएं खरीदीं। इन अधिकारियों ने महिलाओं का आश्वासन दिया कि वे इसी तरह से काम करते रहें। जरूरत पड़ी तो वे भी इसमें मदद करेंगे।
आप निर्भरता की ओर अग्रसर हैं महिलाएं
पूर्व मुखिया मनोज सिंह ने अधिकारियों को बताया कि काम शुरू करने से पहले इन महिलाओं को 6 माह की ट्रेनिंग दी गई थी। यहां की महिलाएं खाली बैठी रहती थीं। लेकिन वह अपने खाली समय का बेहतरीन को कर रही हैं। इससे वे आत्म निर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं। मौके पर महिला सहायता ग्रुप के पिंकी खान शगुफ्ता रहमान सोनी सिंह पूनम देवी सोनू खान शिव शंकर महतो राजू महतो रूबी देवी बबीता देवी पुष्पा देवी गुड़िया देवी आदि थी।