Bokaro Jharkhand news : बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह प्रखंड के एक गांव के किशोर ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर (Vermilion) भरकर मंदिर में अंतरजातीय (inter cast) विवाह (marriage) कर लिया। विवाह करने के बाद जब किशोर अपनी नई नवेली दुल्हन (new bride) के साथ जब अपने पैतृक घर पहुंचा तो बवाल (commotion) खड़ा हो गया। किशोर के परिजन किसी भी हालत में इस शादी को मान्यता (Recognition) नहीं दे रहे थे। इसलिए परिजनों ने दूल्हा -दुल्हन ( groom bride) को घर में घुसने नहीं दिया। इस दौरान किशोर के परिजनों ने लड़की की मांग का सिंदूर धुलवाया (vermilion washed) दिया। बाद में इस मामले की सूचना लड़के के परिजनों ने मुखिया उमेश कुमार महतो और लड़की के परिजनों को दी।
दोनों नाबालिग बना चुके हैं शारीरिक संबंध
मिली जानकारी के अनुसार शादी करने वाली नाबालिग लड़की धनबाद जिला अंतर्गत तोपचांची (topchanchi Dhanbad) के एक गांव की निवासी है। नाबालिक दुल्हन ने बताया कि डेढ़ वर्ष पहले एक विवाह समारोह में दोनों की मुलाकात हुई थी। तभी से दोनों एक- दूसरे को चाहने लगे। प्रेमी ने मुझे शादी करने का भरोसा दिया था। पिछले 10 वर्षों के दौरान प्रेमी ने मुझसे शारीरिक संबंध ( Physical relationship) भी बनाए हैं। मंगलवार को वह अपने घर से कालेज जा रही थी। इसी दौरान प्रेमी ने फोन कर उसे पारसनाथ (Parasnath) बुलाया। वहां पहुंची तो उसे प्रेमी शिव मंदिर (Shiv temple) ले गया। वहां मांग में सिंदूर डालकर और ईश्वर को साक्षी मानकर उसने मुझसे शादी कर ली। वहीं दूसरी ओर प्रेमी के पिता का कहना है कि दोनों नाबालिग हैं। इसलिए कानूनन शादी को मान्यता नहीं दे सकते। इस मामले की जानकारी लड़की के परिजनों को दे दी गई है। हम दोनों परिवार मिल बैठकर इस मामले में निर्णय लेंगे।