सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से वर्तमान समय में विवाह का निबंधन जरूरी है। इसके बावजूद विवाह का निबंधन कराना ज्यादातर लोग आज भी जरूरी नहीं समझते। धनबाद के सिर्फ शहरी क्षेत्र की बात करें तो विवाह के इस पीक सीजन में महज 10 प्रतिशत जोड़े ही अपने विवाह का निबंधन कराने रजिस्ट्री ऑफिस पहुंच रहे हैं, जबकि शहर में हर दिन सैकड़ों शादियां हो रही हैं। निबंधन अधिकारी कहते हैं कि ज्यादातर लोग जरूरत के हिसाब से ही निबंधन कराने पहुंचते हैं। जागरूकता की कमी के कारण भी यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
हर माह 40 से 50 कपल ही पहुंच रहे निबंधन कराने
धनबाद निगम के कार्यपालक पदाधिकारी सह रजिस्टार मो. अनीस ने बताया कि जिले में पिछले दो साल से विवाह का निबंधन किया जा रहा। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से वर्ष 2020 और 21 में शादियां कम हुई। इसलिये निबंधन कराने वालों की संख्या काफी कम रही। इस साल विवाह अधिक हो रहे हैं। इस सीजन में हर माह 40 से 50 कपल विवाह के निबंधन के लिए रजिस्ट्री ऑफिस पहुंच रहे हैं। लेकिन जितनी शादियां हो रही हैं, उस हिसाब से देखें तो निबंधन का आंकड़ा महज 10 प्रतिशत के आसपास है।
प्रेम विवाह करने वाले 4 जोड़ों ने कराया निबंधन
रजिस्टार ने बताया कि विवाह के निबंधन के मामले में मुस्लिम व ईसाई परिवार सबसे पीछे हैं। अभी तक जितने जोड़े आए, उनमें ज्यादातर हिंदू धर्म मानने वाले हैं। पिछले दो साल में सिर्फ 30 मुस्लिम कपल ने ही अपने विवाह का रजिस्ट्रेशन कराया है। वहीं ईसाई धर्म को मानने वाले सिर्फ 2 कपल ने ही अभी तक विवाह का निबंधन कराया है। वहीं प्रेम विवाह करने वाले मात्र चार जोड़ों ने अभी तक निबंधन कराया है।
क्यों जरूरी है विवाह का निबंधन
विवाह के लिए तो सभी लोग कार्ड छपवाते हैं। लग्नपत्री, फोटो आदि भी प्रूफ के तौर पर रखते हैं। लेकिन सभी जगह इसे दिखाना संभव नहीं होता। इस लिहाज से भी विवाह का निबंधन जरूरी है। इसके अलावा बैंक में ज्वाइंट खाता खुलवाने, जीवन बीमा की राशि पाने, सरकारी नौकरी, विदेश यात्रा के लिए बीजा बनवाने, तलाक होने पर गुजारा भत्ता या पति की प्रॉपटी में अपना हक लेने के लिए, किसी भी तरह की पड़ताड़ना पर पति के खिलाफ थाने में एफआरआई दर्ज कराने में भी निबंधन सर्टिफिकेट उपयोगी है।
15 दिन में मिलता है सर्टिफिकेट
विवाह के निबंधन के लिए रजिस्ट्री ऑफिस में आवेदन पत्र भरने के साथ पति-पत्नी का दो ज्वाइंट फोटो, दोनों का आधार कार्ड, तीन गवाह की जरूरत पड़ती है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रत्येक शनिवार को कार्यालय में रजिस्टार के समक्ष वैवाहिक जोड़ों को गवाह के साथ उपस्थित होना पड़ता है। दिए गए दस्तावेजों से मिलान करने के बाद अगले दिन रजिस्टार सर्टिफिकेट जारी करते हैं। इस प्रक्रिया के पूरा होने में 15 दिन का समय लगता है।