कृषि मंत्री ने होटवार में बत्तख प्रजनन केन्द्र और अजोला शेड का किया उद्घाटन, दुग्ध आपूर्ति सह गव्य प्रक्षेत्र का किया भ्रमण
विभाग की बड़ी सफलता, 04 महीने में ही दूध का 30 लीटर प्रतिदिन से बढ़ कर हुआ 280 लीटर प्रतिदिन
Jharkhand top news, Jharkhand latest Hindi news, Ranchi top news, Ranchi latest Hindi news, Ranchi Top new : कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख ने शुक्रवार को होटवार स्थित बत्तख प्रजनन केन्द्र और अजोला शेड के उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि हमें झारखंड को पॉल्ट्री और एग्री के क्षेत्र में काफी आगे ले जाना है। उन्होंने निदेशक पशुपालन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके ही प्रयास से यह सब सम्भव हो पाया है। जीर्ण-शीर्ण पड़े प्रजनन केन्द्र का जीर्णोद्धार की योजना का सफल तरीके से कार्यान्वयन करना सबसे बड़ी चुनौती थी, लेकिन विभाग के सभी पदाधिकारियों के समन्वय की वजह से प्रजनन केन्द्र अब नये रूप में सामने आ गया है। हम लम्बे समय से इसके उद्धार की सोच रहे थे। इस प्रजनन केन्द्र के शुरू होने से आपको अगले तीन महीने में नतीजे भी सामने आने लगेंगे और यह एक मॉडल प्रजनन केन्द्र बनेगा।
इस दौरान उन्होंने रांची के होटवार स्थित दुग्ध आपूर्ति सह गव्य प्रक्षेत्र भी गये, जहां उन्होंने कटर यूनिट और केंचुआ खाद यूनिट का लोकार्पण किया।
सेंटर राज्य के लिये बड़ा एक्सपोजर बनेगा- निदेशक
राज्य का पॉल्टी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है। माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश और मंत्री के नेतृत्व में 90 हजार क्षमता वाला हैचरी यूनिट है जो मार्च तक शुरू हो जायेगा। आज 02 हजार बत्तख को रखा गया है। जल्द ही यहां दस हजार बत्तख को रखा जायेगा। प्रतिदिन 10 हजार बत्तख के अंडे और 80-90 हजार मुर्गी के अंडों का उत्पादन प्रतिदिन हो सकेगा। साथ ही, मीट का भी उत्पादन हो सकेगा। यह सेंटर राज्य के लिए एक बड़ा एक्सपोजर बनेगा।
मिसाल : 04 महीने में ही दूध का 30 लीटर प्रतिदिन से बढ़ कर हुआ 280 लीटर प्रतिदिन
कृषि पशुपालन विभाग ने राजधानी रांची के होटवार स्थित दुग्ध आपूर्ति सह गव्य प्रक्षेत्र में एक मिसाल कायम की है ; वह भी महज चार महीने के अंदर। पशुपालन विभाग के पास होटवार में 160 दुधारू भैंसे हैं, जिसने आज से चार महीने पहले मात्र 30 लीटर दूध का उत्पादन होता था। लेकिन, विभागीय सक्रियता की वजह से आज हर दिन 280 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। जबकि, भैंसों की संख्या में कोई भी वृद्धि नहीं हुई है। मामले की जानकारी देते हुए होटवार डेयरी फॉर्म जीएम डॉक्टर नरेन्द्र कुमार ने बताया कि भैंसों को बेहतर सुविधा दी जा रही है। साथ ही, उन्हें पोषक चारा उपलब्ध कराया जा रहा है और उनकी उचित देखभाल की वजह से ही यह सम्भव हो पाया है। इस दौरान मुख्य रूप से सीईओ जेएसआईए डॉक्टर प्रवीण कुमार झा, वेटनरी आफिसर, क्षेत्रीय कुक्कुट श्री धनंजय कुमार सिन्हा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।