Gumla news : बहुत से लोगों को चोरी और ठगी की आदत होती है। कानून की नजर में ऐसे काम अपराध हैं, फिर भी लोग करते हैं। झारखंड के गुमला में एक नेताजी द्वारा नौकरी के नाम पर क्षेत्र के लोगों से ही ठगी का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड बचाओ ग्रामसभा समिति के संचालक और खूंटी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे पास्टर संजय कुमार तिर्की ने गुमला जिले के कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित उरु और आसपास के गांवों के लगभग तीन सौ से अधिक युवाओं को स्थायी नौकरी देने के नाम पर चूना लगाया है।
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2023 का है यह ठगी का मामला
ठगी का यह मामला दिसंबर 2023 का है। पास्टर संजय खूंटी जिला के तोरपा थाना क्षेत्र के काटी बेलटोली का रहनेवाला है। उसने दिसंबर 2023 में उरु गांव में झारखंड बचाओ ग्राम विकास समिति के नाम से कार्यालय खोला। ग्रामीणों को जानकारी दी कि इस क्षेत्र में लगभग 600 करोड़ रुपये की लागत से माल पार्क का निर्माण होना है। उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ना है। पद के अनुरूप वेतन निर्धारित होगा। गांव के लोग पास्टर के झांसे में आ गए और तीन सौ से अधिक युवाओं ने पंजीयन के नाम पर प्रति व्यक्ति 170 रुपये और यूनिफार्म के नाम पर प्रति व्यक्ति सात हजार रुपये जमा किए। छह माह बीत गया। कार्यालय में काम करने तथा पंजीयन को यूनिफार्म के लिए पैसा जमा करने वाले युवकों को अब तक एक भी रुपये नहीं मिले हैं।
ग्रामीणों ने किया घेराव
आठ जून को पास्टर संजय उरु गांव आया था। ग्रामीणों ने उसका घेराव किया और काम के बदले पैसे की मांग की। ग्रामीणों को चकमा देकर पास्टर भाग गया। पैसा भुगतान करने में टाल मटोल करने तथा एकाउंटेंट सपना लकड़ा व अन्य कर्मचारियों पर कार्यालय में लगे प्रिंटर व अन्य सामग्री की चोरी का आरोप लगाने के बाद ग्रामीणों को ठगी का अहसास हुआ। सपना लकड़ा, अंकित कुजूर, माइकेल तिग्गा, भूषण तिग्गा, आशिक टोप्पो, रजत तिर्की ने पास्टर पर ठगी का आरोप लगाया है।
कर्मियों को जल दिया जाएगा वेतन
झामुमो के जिला उपाध्यक्ष मुखिया सुशील दीपक मिंज ने कहा कि क्षेत्र के गरीब आदिवासी किसान वर्ग के लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी करने की जानकारी मिली है। ठगने वाले एनजीओ व संचालक पर लगे आरोप गंभीर है। गरीबों का पैसा वापस कराने की दिशा में काम होगा। झारखंड बचाओ ग्रामसभा समिति के संचालक पास्टर संजय कुमार तिर्की ने फोन पर बताया कि वह लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी थे। इस कारण कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है। जल्द ही उन्हें वेतन भुगतान कर दिया जाएगा।