• रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY)” का शुभारम्भ
•राज्य की बहनों की मिली बड़ी सौगात
Ranchi news : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि आज का दिन विशेष कर राज्य की बहन-बेटियों के लिए शुभ और ऐतिहासिक दिन है। राज्य की आधी आबादी को उनकी सरकार इस रक्षाबंधन त्योहार के पावन अवसर पर “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” की सौगात दे रही है। इस योजना के तहत अब 21 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र तक की पात्र महिलाओं को राज्य सरकार डीबीटी के माध्यम से प्रत्येक माह की 15 तारीख तक 01 हजार रुपये सम्मान राशि उनके बैंक खाते में भेजेगी। सभी पात्र महिलाओं के बैंक खाते में हरेक वर्ष 12 हजार रुपये भेजे जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो उनकी सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर सहित सभी वर्ग-समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्त्वाकांक्षी योजनाएं चलायी हैं, जिसका लाभ गांव-गुरबा के लोग बखूबी ले रहे हैं। लेकिन, राज्य की नारी शक्ति के उत्थान के लिए एक विशेष योजना की जरूरत थी, जिसे “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के रूप में रविवार को पाकुड़ जिला की इस धरती से आप सभी लोगों की गरिमामयी उपस्थिति में शुभारम्भ किया जा रहा है। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गायबथान महेशपुर, पाकुड़ में आयोजित “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना (JMMSY)” के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी बहन-बेटियों को रक्षाबंधन त्योहार की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
राज्य की बहन-बेटियों के सम्मान एवं रक्षा के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही हमारी सरकार
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि रक्षाबंधन त्योहार पूरे देश में उत्साह, उमंग और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन हमारी बहन-बेटियों को अनेक उपहार मिलते हैं। रक्षाबंधन के दिन भाई भी अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। आज हमारी सरकार भी राज्य की बहन-बेटियों के सम्मान, रक्षा एवं उनके विश्वास पर खरा उतरने संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत से ही हमारी सोच रही है कि राज्य की आधी आबादी, जो हमेशा अनेक चुनौतियों से गुजरती है, उनके सर्वांगीण विकास के लिए विशेष काम किये जायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” प्रारम्भ करने से पहले कई प्रकार की चुनौतियों को देखते हुए कई बाधाओं को निपटाया गया। इस योजना के संचालन के एक-एक पहलू को ध्यान में रख कर अंततः आज नारी शक्ति से जुड़ी इस महत्त्वाकांक्षी योजना की विधिवत शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शुरुआती दिनों से ही हेड क्वार्टर से नहीं, बल्कि गांव से चल रही है। जब गांव मजबूत होगा, तभी सरकार मजबूत होगी ; इसी उद्देश्य के साथ कार्य किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के किसानों के उत्थान के लिए समर्पित है। राज्य सरकार ने अब निर्णय लिया है कि यहां के कृषकों द्वारा लिये गये कृषि ऋण के रूप में सिर्फ 50 हजार रुपये ही नहीं, बल्कि 02 लाख रुपये तक की राशि माफ की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में खेल एवं खिलाड़ियों के विकास को लेकर समर्पित भाव से काम किया है। राज्य के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्राओं को सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना का लाभ मिल रहा है। शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मॉडल स्कूल का संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत लोगों को अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध करा कर रोजगार से जोड़ने का काम निरन्तर चल रहा है। खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित सभी परिवारों को साल में दो बार वस्त्र उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
सब कुछ सही हुआ होता, तो यह योजना एक वर्ष पहले धरातल पर उतर गयी होती
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि यदि सब कुछ अच्छा हुआ होता, तो यह महत्त्वाकांक्षी योजना आज नहीं, बल्कि एक साल पहले धरातल पर उतर गयी होती। राज्य सरकार की योजनाओं पर कुछ तत्त्वों द्वारा अनेक प्रकार से रोड़ा लगाने का काम किया जाता है। ऐसे लोगों से हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी बात यह है कि देर से ही सही, लेकिन दुरुस्त तरीके से यह योजना अब अनवरत बिना रुकावट चलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि “झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना” के तहत आज पाकुड़ जिला की 81 हजार से अधिक पात्र बहन-बेटियों को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में 01 हजार रुपये की सम्मान राशि भेजी गयी। इन महिलाओं को प्रत्येक वर्ष 12 हजार रुपये भेजे जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि रिमोट का बटन दबा कर आज अपनी बहन-बेटियों को यह सम्मान राशि भेजने में हमने सफलता पायी है। यहां की बहन-बेटियों को यह सम्मान अनवरत मिलता रहे, इस संकल्प के साथ उनकी सरकार आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी जिलों की महिलाओं के बैंक खाते में महीने के 15 तारीख तक इस योजना के तहत मिलनेवाली सम्मान राशि भेजा जाना सुनिश्चित किया गया है। यह योजना कितनी महत्त्वपूर्ण है, यह इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस घर में 21 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की दो-तीन, चार अथवा पांच महिलाएं हैं, उस घर में प्रति वर्ष सम्मान राशि के रूप में कितने रुपये भेजे जायेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य की नारी शक्ति को समर्पित योजना है।
घर-घर पहुंचायी गयीं राज्य सरकार की योजनाएं
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के आदिवासी, मूलवासी, दलित, शोषित, पिछड़े सहित सभी वर्ग-समुदाय के लोगों के उत्थान और सर्वांगीण विकास लिए कई जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारने का काम किया है। राज्य सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों में सभी वर्ग-समुदाय के लोगों को उनका हक-अधिकार देने का काम कर दिखाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आपकी योजना-आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम चला कर झारखंड के एक-एक गांव, एक-एक घर तक उनकी सरकार अधिकारियों के माध्यम से योजनाओं की पोटली लेकर पहुंची है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। राज्य सरकार ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए हमेशा जन कल्याण हेतु संकल्पित भाव से काम किया है। राज्य सरकार ने कई महत्त्वपूर्ण नीति निर्धारण के साथ-साथ राज्यहित में अनेक अहम फैसले लिये हैं, जिनसे झारखंड को अग्रणी राज्यों के श्रेणी में शुमार किया जा सके।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पाकुड़ जिलावासियों को दी इन महत्त्वपूर्ण योजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 105.8015 करोड़ रुपये की 215 योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास किया। इसमें 32.877 करोड़ रुपये की 14 योजनाओं का उद्घाटन और 72.9244 करोड़ रुपये की 201 योजनाओं की आधारशिला रखी। मौके पर मुख्यमंत्री ने कुल 65948 लाभुकों के बीच 126.1593 करोड़ रुपये की परिसम्पत्तियों का वितरण भी किया।
इस अवसर पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बेबी देवी, मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह, विधायक दिनेश विलियम मरांडी, विधायक कल्पना सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जुली क्रिस्टमनी हेमब्रम, पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव मनोज कुमार, संताल परगना प्रमंडल के आयुक्त लालचंद डाडेल सहित पाकुड़ जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।