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आदिवासी महिला को इलाज़ के लिए खटिया पर लाद कर लें जाया जा रहा था अस्पताल, रास्ते में मौत 

आदिवासी महिला को इलाज़ के लिए खटिया पर लाद कर लें जाया जा रहा था अस्पताल, रास्ते में मौत 

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मामला लातेहार जिला अंतर्गत महुआडांड़ प्रखंड के सूदूरवर्ती पंचायत दुरुप के बसेरिया गांव 

बब्लू खान

Latehar news: महुआडांड प्रखंड के सूदूरवर्ती पंचायत दुरूप के बसेरिया गांव में सड़क नही होने के कारण इलाज के अभाव में एक 45 वर्षीय आदिवासी महिला कि मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार बसेरिया निवासी रेमिश मिंज की पत्नी शांति कुजूर बिमार थी।जब महिला की हालत खराब होने लगी तो घर परिवार के लोगों  के द्वारा उसे खटीया के बहिंगा बनाकर कधें में ढोकर ला रहे थे,जहां रास्ते में उसकी मौत हो गई।बसरिया गांव में सड़क नहीं है।अभी तक वहां सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। सड़क नहीं रहने के कारण वहां के लोगों को इलाज़ समेत अन्य कार्यों के लिए आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।इस गांव में कई दशकों से सड़क नहीं है।शायद आज उस गांव में सड़क होता तो उस महिला की जान बच सकती थी। इलाज के आभाव में मौत नहीं होती।

जानिए घटना को लेकर क्या कहते हैं दुरूप पंचायत के पूर्व पंचायत समिती सदस्य धर्मेंद्र सिंह

घटना को लेकर दुरूप पंचायत के पूर्व पंचायत समिती सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि  

कई दशको से गांव के लोग सड़क की मांग कर रहे है, लेकिन सरकार एवं जिला प्रशासन का इसमे कोई ध्यान नही दिया,आज अगर सड़क बनी होती तो शायद महिला की मौत इलाज के अभाव में नही होता।

ग्रामीण क्या कहते हैं

गांव के अमित कुजूर पीटर तिर्की, संजय सिंह, बिगन नागेसिया, रविन्द्र सिंह, जोसेफ तिर्की, विनोद सिंह आदि लोगों का कहना है कोई गंभीर मरीज को इलाज के लिए जब गांव से मेन रोड तक लाना पड़े तो कंधे पर धोकर  ले जाते हैं, हमारे गांव में आने के लिए ना ही पुलिया है और ना ही सड़क बिजली की भी व्यवस्था नहीं है। यहां ग्रामीण कहते हैं हर तरफ विकास की गंगा बह रही है पर आज भी हमारा गांव विकास से कोसों दूर है पुल और सड़क नहीं होने से हम लोगों को  आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है खासकर बरसात के मौसम में मोटरसाइकिल व साइकिल भी नहीं चला पाते हैं उन सड़कों पर आज हमारे गांव में पूल और सड़क होता तो गांव में एंबुलेंस आ सकती थी और मृत्यु महिला शांति कुजूर की जान बच सकती थी पर यह हमारे गांव का दुर्भाग्य है कि इस और किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि की नजर नहीं है।ग्राम सभा में हमेशा सड़क की मांग होती है. कई आवेदन भी दिया गया है, मुखिया को आवेदन देते रहते है, फिर भी  पुल सड़क  नही मिल पा रही है।

क्या कहते हैं बीडीओ अमरेन डांग

यह घटना बहुत ही दुःखद है।घटना को लेकर जानकारी लिया जा रहा है।मेडिकल टीम को सभी गांव में सक्रिय रहने व जहां जरुरत हो मेडिकल टीम को कैंप करने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं सभी पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव को भी गांव में सक्रिय रहने व गांव में जो भी मामला हो उस  पर त्वरित कार्रवाई के लिए बोला गया है। वहीं प्रथमिकता के आधार पर जल्द ही जोड़ने के लिए सड़क का निर्माण कराया जाएगा तथा साथ ही अन्य समस्याओं का भी सामाधान किया जाएगा।

क्या कहती हैं लातेहार जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी

लातेहार जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी ने  कही की  हमें इसकी जानकारी मिली है कि रास्ता और पुल के  अभाव में  महिला की मौत हुई है मैं डीसी महोदय से मिलकर बात रखूंगी की  जहां-जहां सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। मैं उन्हें इस चीज से अवगत करवाऊंगी और कोशिश करूंगी की सड़क  और पुल का निर्माण हो और भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हो।

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