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ऐसा झारखंड बनायेंगे, जहां हर व्यक्ति सामाजिक- आर्थिक और शैक्षणिक रूप से होगा मजबूत : सीएम

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✓आदिवासियों-मूलवासियों के साथ लगे गरीबी और पिछड़ेपन के टैग को मिटायेंगे, झारखंड की परम्परा और कला-संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए जारी है प्रयास 

✓ राज्य में जल्द ही छऊ नृत्य कला अकादमी का होगा गठन

Ranchi news, Jharkhand news : हमारी सरकार झारखंड को एक ऐसा आदर्श राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां हर व्यक्ति  सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत होगा। समाज में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। हर किसी को पूरे मान-सम्मान के साथ हक-अधिकार मिलेगा। राज्यवासियों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। कोई भी बुजुर्ग बिना पेंशन के नहीं रहेगा। युवाओं के पास रोजगार होगा। हर खेत में सालों भर पानी रहेगा। किसान, मजदूर और महिलाएं सशक्त होंगी।  मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने शनिवार को टाउन हॉल, सरायकेला खरसावां में विभिन्न विकास योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास समारोह को सम्बोधित करते हुए ये बातें कहीं।  

खनिज संसाधनों से धनी हैं, फिर भी आदिवासी मूलवासी गरीब

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड खनिज संसाधनों के मामले में देश के सबसे धनी राज्यों में एक है। यहां के कोयला, लोहा, ताम्बा, सोना और यूरेनियम जैसे खनिजों से देश-दुनिया जगमग कर रहा है। लेकिन, इस राज्य के जो आदिवासी-मूलवासी हैं, उन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका। आज भी उनके साथ गरीबी और पिछड़ेपन का टैग लगा है। अब हमारी सरकार यहां के स्थानीय लोगों को आगे बढ़ाने के लिए कृत संकल्प है और इस दिशा में सभी समुचित कदम उठाये जा रहे हैं।

राज्य की बुनियादी समस्याओं का हो रहा समाधान

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के अलग राज्य बने 23 वर्ष से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन यहां की बुनियादी समस्याओं को दूर करने की दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ। 2019 में हेमन्त सोरेन जी के नेतृत्व में सरकार बनने के उपरांत यहां की बुनियादी समस्याओं के समाधान का सिलसिला शुरू हुआ। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को सशक्त करने की दिशा में कदम उठाये गये। उन्होंने झारखंड को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए जो कार्य शुरू किये, वे निरंतर जारी रहेंगे। उनकी सोच के अनुरूप झारखंड की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए हम पूरी ताकत के साथ काम करेंगे।

हर किसी को रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति को रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध हो, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2027 तक राज्य के हर व्यक्ति का अपना पक्का मकान होगा। हमारी सरकार अबुआ आवास योजना के तहत 20 लाख लोगों को पक्का मकान देगी। पहले चरण में दो लाख लाभुकों का आवास स्वीकृत किया गया है और 03 महीने के बाद एक साथ 09 लाख लोगों को मकान का स्वीकृति पत्र दिया जायेगा। 

 बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर को कर रहे हैं मजबूत

मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य के बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का काम तेजी से हो रहा है। राज्य में लगभग 15 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हो रहा है, तो खेतों में भूमिगत पाइपलाइन के माध्यम से पानी पहुंचने की दिशा में कदम बढ़ गये हैं। शहर और गांव के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना की शुरुआत हो चुकी है। वहीं, हड़िया-दारू बेचनेवाली महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका से जोड़ने के लिए फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत 50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में बिजली-पानी-सड़क जैसी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। इस राज्य के सभी धार्मिक और पर्यटक स्थलों को संरक्षित और विकसित करने के लिए सरकार की योजना कारगर साबित हो रही है।

 शिक्षा से ही समाज आगे बढ़ेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज तभी आगे बढ़ेगा, जब लोग शिक्षित होंगे। इसी बात को ध्यान में रख कर सरकार यहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में निजी स्कूलों की तर्ज पर स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोले गये हैं। छात्रवृत्ति राशि में तीन गुना इज़ाफ़ा किया गया है। बच्चियों की पढ़ाई ना छूटे, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा जा रहा है। विदेश में उच्च शिक्षा के लिए शत-प्रतिशत स्कॉलरशिप सरकार दे रही है। बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर और अफसर बनें, इसके लिए उन्हें आर्थिक सहायता दी जा रही है। वहीं, क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को आसानी से 15 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण उपलब्ध दिया जा रहा है, ताकि उनका बेहतर भविष्य बन सके। 

छऊ नृत्य कला अकादमी का जल्द होगा गठन

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिले की पारम्परिक और ऐतिहासिक पहचान रही है। कला- संस्कृति के लिहाज से यह पूरा इलाका काफी समृद्ध है। यहां का छऊ नृत्य विश्व विख्यात है। यहां के कलाकार   इस नृत्य कला को काफी आगे तक ले जाने में अपनी अहम भूमिका निभाते आ रहे हैं। हम विरासत में मिली अपनी कला और संस्कृति को और मजबूत करेंगे। इसके लिए जल्द ही छऊ नृत्य कला अकादमी का गठन किया जायेगा। वहीं, इस इलाके में पर्यटन की काफी सम्भावनाएं हैं। ऐसे में इसे टूरिज्म हब बनाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। 

 220 योजनाओं की मिली सौगात

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सरायकेला-खरसावां जिले को 220 योजनाओं की सौगात दी। इनमें 16 योजनाओं का उद्घाटन और 204 योजनाओं की आधारशिला रखी गयी। इन योजनाओं पर 334 करोड़ 12 लाख रुपये खर्च किये जायेंगे। जिन महत्त्वपूर्ण योजना का शिलान्यास हुआ, उसमें खरकई नदी पर मरीन ड्राइव शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि मरीन ड्राइव को इस तरह से विकसित किया जायेगा कि यहां आकर लोग यहां की परम्परा, कला-संस्कृति का दर्शन और इतिहास जान सकेंगे।  

इस अवसर पर सांसद गीता कोड़ा, विधायक दशरथ गगराई और सविता महतो, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम  बोदरा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, नगर विकास विभाग के सचिव अरवा राजकमल और सूडा के निदेशक अमित कुमार समेत कोल्हान के प्रमंडलीय आयुक्त तथा जिले के उपायुक्त समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

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