जब तक रोजगार और विस्थापितों को पूर्ण आवास की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक कुजामा क्षेत्र में आउटसोर्सिंग परियोजना नहीं चलने देंगे। यह बात जनता मजदूर संघ की संयुक्त महामंत्री रागिनी सिंह ने मोहरीबांध पांच नंबर बिजली घर के पास ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि उन्हें जैसे मालूम हुआ कि बिना नोटिस दिए सीकेडब्ल्यू साइडिंग बंद कर दी गयी है। उन्होंने तुरंत सीएमडी से बात की और इसके लिए जिम्मेदार पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की बात कही। इस पर सीएमडी ने उन्हें आश्वासन दिया कि वाह इस समस्या को अपने स्तर से देखेंगे। मजदूरों की समस्या का अवश्य समाधान निकालेंगे।
मजदूरों को हक नहीं मिला तो आउटसोर्सिंग कंपनियों का हाल हो जाएगा बुरा
रागिनी सिंह ने कहा कि झरिया में लोहा और कोयला चोरी बड़े पैमाने पर होती है। आउटसोर्सिंग प्रबंधन सपना देख रहा है कि वह मजदूरों की हकमारी करके कोयला निकाल लेगा तो यह उसकी भूल है। मजदूरों को अधिकार दिए बिना आउटसोर्सिंग कंपनियों का बुरा हाल हो जाएगा। इन कंपनियों का उत्पादन ठप कराने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं। इसलिए समय रहते आउटसोर्सिंग कंपनियां मजदूरों का हक दें। अगर समय रहते प्रबंधन ने इसका निराकरण नहीं किया तो उसकी सारी की सारी गाड़ियां खड़ी की खड़ी रह जाएंगी और बाद में लोहा चोर उन्हें कौड़ी के भाव में चोरी करके बेच देंगे।
मांगें नहीं मांगी गई तो होगी हड़ताल
उन्होंने कहा कि उनके ससुर स्वर्गीय सुखदेव सिंह हमेशा मजदूरों के सवाल पर प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाते रहते थे। वह भी उसी तर्ज पर मजदूरों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। जब तक मजदूरों को हक नहीं मिल जाता वह अपनी लड़ाई प्रबंधन से जारी रखेंगी। इसके लिए उन्हें हड़ताल करनी पड़ेगी तो वही करेंगी। मौके पर अभिषेक पांडे, उमेश यादव, अनिल सिंह, छोटू सिंह संजय महतो, सूरज निषाद, अर्जुन निषाद, राजेंद्र निषाद, रवि निषाद, राजा उपेंद्र सिंह, अखिलेश सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।