National news, job trends in India : इसमें कोई दो मत नहीं कि कोरोना महामारी ने दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली भारत की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। फिर भी हमारा देश दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है। इधर, कोरोना के बाद दुनिया भर में रोजगार के सेक्टर में कई बदलाव देखने को मिले हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में वर्तमान जॉब ट्रेंड पर चर्चा जरूरी हो जाता है, जो नौकरी के मामले में कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करें। इस साल के अंत तक भारत में नौकरियों की क्या स्थिति रहेगी, किस सेक्टर में ज्यादा अवसर मिलेंगे। आइये कुछ ऐसे ही ट्रेंड पर डालते हैं नजर।
तकनीकी ज्ञान, प्रबंधकीय क्षमता, संवाद कला में माहिर लोगों को मिलेंगे नौकरी के कई अवसर
अगर आपके पास तकनीकि ज्ञान, प्रबंधकीय क्षमता, संवाद कला और समन्वय का कौशल है तो आप नौकरी के वर्तमान ट्रेंड के हिसाब से बिल्कुल फिट हैं। आपको बिजनेस एनालिस्ट, प्रोजेक्ट मैनजर आदि की नौकरी भी मिलेगी औऱ अच्छे पैसे भी मिलेंगे। तो जरूरत है खुद को इसी ढांचे में ढालने की और डिजिटल क्रांति के इस युग में बने रहने की।
आईटी सेक्टर में बढ़ रहे रोजगार के अवसर
जैसा कि आप जानते ही हैं कोविड 19 के बाद ई कॉमर्स तथा डिजिटल क्रांति ने विकास को गति दी है। बस एक मोबाइल और एक एप होना चाहिए, फिर सारी दुनिया आपकी मुट्ठी में। यही वजह है कि आज राशन की छोटी-मोटी सामग्री से लेकर कपड़े, फ़िल्म के टिकट और अन्य बड़ी ख़रीदारियां तक ऑनलाइन हो रहीं हैं। ऐसे में आइटी और संबंधित क्षेत्रों में प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ना स्वाभाविक है। वेबसाइट डेवलपर्स, प्रोग्रामर्स, कंटेंट स्पेशलिस्ट, कॉपी राइटर्स, ड्रोन पायलटिंग जैसे कई पदों पर लोगों का नियोजन होगा।
मेडिकल, स्वास्थ्य व फिजियोथैरेपिस्ट क्षेत्र में भी मौके
इसमें कोई दो मत नहीं कि महामारी के बाद लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति अपेक्षाकृत अधिक जागरूक और संवेदनशील हुए हैं। ऐसे में आनेवाले समय में फिजियोथेरेपिस्ट, डेन्टिस्ट आदि सेक्टर में भी काफी अवसर देखने को मिलेंगे। ऐसे भी भारत मेडिकल टूरिज्म का हब बनता जा रहा है, जो इस क्षेत्र में रोजगार को नए आयाम देगा, माना जा रहा है।
ऊर्जा के क्षेत्र में भी नौकरी की संभावनाएं बढ़ीं
आसमान छूती पेट्रोल और डीजल की कीमत तथा महंगी बिजली के विकल्प के तौर पर रिन्युएबल एनर्जी की लोकप्रियता हाल के वर्षों में तेजी से उभरी है। भारत सरकार की भी बात करें तो उसने 2023 के अंत तक 450 जी डब्ल्यू प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। इससे सौर्य, हवा और हाईड्रोइलेक्ट्रिक सहित अन्य रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया के अन्य देशों में भी इससे संबद्ध नौकरियों की व्यापक संभावना है।
कृषि क्षेत्र में रोजगार की प्रबल संभावनाएं
एग्रीकल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्टेशन की रिपोर्ट बताती है कि कृषि के क्षेत्र में भारत के लेबर फोर्स का लगभग 50 फीसद हिस्सा लगा हुआ है। खास तौर पर जहां तक भारत की बात है, कृषि के क्षेत्र में रोजगार की संभावना सदैव बनी रहनेवाली है। इसी तरह भारत ने सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों के निर्माण समेत विकास की अन्य आधारभूत संरचनाओं के विकास पर भारी निवेश करने की घोषणा की है। ऐसे में कंस्ट्रक्शन, इंजीनियरिंग और इससे संबद्ध सेक्टर में रोजगाए की व्यापक संभावना है।