healthy living tips : हां, यह सही है कि घर का खाना बाहर के खानों से अपेक्षाकृत सस्ता और हेल्दी होता है, परंतु जाने-अनजाने में आप किचन में ऐसी कई वस्तुओं का अंधाधुंध इस्तेमाल कर बैठते हैं, जो आपको बीमार बना डालता है। ऐसे में आपको इसके अतिरिक्त सेवन से बचना चाहिए, ताकि आप स्वस्थ और आपका घर-परिवार खुशहाल रहे।
कई बीमारियों का वाहक है तेल
यदि आप तले-छने व्यंजनों के अधिक शौकीन हैं तो इस शौक पर थोड़ा कंट्रोल करें। आपकी ये पसंद दिल का दौरा, स्ट्रोक, ब्रेस्ट कैंसर, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, असंतुलित वजन, जोड़ों के दर्द सहित अन्य कई बीमारियों की वजह बन जाती है।
मैदा का नहीं है कोई फायदा
कुकीज़, केक, ब्रेड और पास्ता जैसे खाद्य पदार्थों का वाहक मैदा कई अन्य बीमारियों का भी कारण है। मैदा के अत्यधिक सेवन से वजन तो बढ़ता ही है, यह चयापचय संबंधी समस्याएं, हृदय रोग, यहां तक कि कैंसर का भी कारण बन जाता है।
ज्यादा नमक, मौत को दावत
आपको बता दें, ज्यादा नमक खाने से 28 प्रतिशत तक मौत का खतरा बढ़ जाता है। नमक के बिना खाने का स्वाद आपको फीका भले लगे, लेकिन इसे कम मात्रा में खाना ही समझदारी है। अधिक नमक उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
शक्कर भी है घातक
शक्कर, खासकर सफेद चीनी भी स्वास्थ्य के लिए कम घातक नहीं है। लगभग हर किचन में इसकी भरपूर उपलब्धता भरपूर बीमारियों का भी वाहक है। चाय, कॉफी, मिल्कशेक, शर्बत समेत सैकडों प्रकार के व्यंजन इससे तैयार होते हैं। यह खाने-पीने की सामग्री को भले ही भरपूर स्वादिष्ट बना दे, परंतु आपके शरीर को उतना ही नुकसान पहुंचाता है।लेकिन शक्कर सेहत के लिए हानिकारक होता है। यह हाई ब्लड प्रेशर, सूजन, वजन बढ़ना, शुगर, फैटी लीवर आदि जैसी कई बीमारियों का जन्मदाता है। यह स्ट्रोक और हृदय रोग के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है।
छोटा बदलाव, बड़े फायदे
नुकसान पहुंचाने वाले इन खाद्य पदार्थो का सेवन पूरी तरह से बंद करना भी संभव नहीं है। अलबत्ता, इसका संतुलित सेवन और इसके विकल्पों को आत्मसात करना मौजूदा परिस्थितियों में कहीं अधिक प्रासंगिक है। लिहाजा मोटे अनाजों का सेवन, रिफाइंड आटे की जगह फाइबर युक्त आटे का उपयोग, चीनी की जगह गुड़, हरी-ताजी सब्जियों का इस्तेमाल आपको स्वस्थ और तरोताजा रखने में सहायक साबित होगा।