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जेड प्लस सुरक्षा मेरी प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का ज़रिया

जेड प्लस सुरक्षा मेरी प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का ज़रिया

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जेड प्लस सुरक्षा मिलने पर शरद पवार हुए हैरान

Maharashtra news, Mumbai news : केंद्र सरकार के द्वारा इंडिया गठबंधन के वरिष्ठ नेता शरद पवार को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। जो शरद पवार की नजरिए से हैरान करने वाला है। केंद्र सरकार ने गृह मंत्रालय (एमएचए) के द्वारा इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) द्वारा उपलब्ध सुरक्षा कारणों के विश्लेषण रिपोर्ट के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को इस विशेष श्रेणी की सुरक्षा का आदेश जारी किया गया है। जबकि शरद इसे केन्द्र के द्वारा उनके ऊपर नजर रखने के लिए दिया गया बताया जा रहा है। इसके तहत सीआरपीएफ जल्द ही 83 वर्षीय पूर्व केंद्रीय मंत्री को उनके आवास पर और देश भर में उनकी यात्रा के दौरान चौबीसों घंटे अपना विशिष्ट ‘जेड’ वीआईपी सुरक्षा कवर प्रदान करेगा।

विधानसभा चुनाव नजदीक ‘जेड प्लस देने के कारण की जानकारी नहीं

इसको लेकर शरद पवार की प्रतिक्रिया को लेकर एक नया मसला सामने है। शरद पवार ने कहा है कि जेड-प्लस सुरक्षा कवर उनके बारे में प्रामाणिक जानकारी प्राप्त करने की व्यवस्था हो सकता है क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। उन्होंने नवी मुंबई में मीडिया से कहा कि उन्हें इस कदम के पीछे के कारण की जानकारी नहीं है।

पवार ने कहा कि गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि सरकार ने तीन लोगों को ‘जेड प्लस’ सुरक्षा देने का फैसला किया है और मैं उनमें से एक हूं… अन्य दो लोग राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं।’ उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए यह मेरे बारे में प्रामाणिक जानकारी हासिल करने का जरिया हो सकता है। पवार की ‘जेड प्लस’ सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55 सशस्त्र कर्मियों के को नियुक्त किया गया है।

एमवीए का लोकसभा चुनाव में रहा बेहतर प्रदर्शन,शरद हैं प्रमुख नेता

वीआईपी सुरक्षा का वर्गीकरण ‘जेड प्लस’ (सर्वोच्च) से शुरू होता है, उसके बाद ‘जेड’, ‘वाई प्लस’, ‘वाई’ और ‘एक्स’ आते हैं। शरद पवार की राकांपा (सपा) विपक्षी दल महा विकास अघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है, जिसमें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस भी शामिल हैं। जिसने लोकसभा चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए 48 में से 30 सीटें जीतीं। भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को केवल 17 सीटों से संघर्ष करना पड़ा। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है।

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