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दुर्भाग्यजनक : वहन दिव्यांग थी, किसी पर बोझ न बने, इसलिए पहले बहन को दिया जहर, फिर खुद को किया खत्म

दुर्भाग्यजनक : वहन दिव्यांग थी, किसी पर बोझ न बने, इसलिए पहले बहन को दिया जहर, फिर खुद को किया खत्म

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Fatehabad latest Hindi crime news : फतेहाबाद से एक दुखद खबर आई है। अपने पुत्र और एक पुत्री को छोड़कर प्रवीण नारंग नामक 49 वर्षीय एक व्यक्ति ने जीवन से तौबा कर लिया। उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उसने खुद से एक वर्ष बड़ी अपनी बहन अंजू बाला को भी जहरीला पदार्थ देकर मार डाला। अब आप इसे प्रवीण की मजबूरी कहें या अपराध यह आप पर निर्भर करता है। इस घटना के पूरे प्रकरण पर नजर डालें तो प्रवीण यह कतई नहीं चाहता था कि उसके मरने के बाद उसकी बहन किसी पर बोझ बनी रहे। उसके परिजनों के अनुसार उसने शायद इसलिए ही यह कदम उठाया।

अपनी बंद दुकान को निहारता रहा था प्रवीण

प्रवीण के चचेरे भाई वीरेंद्र नारंग ने बताया कि प्रवीण का एक नजदीकी रिश्तेदार से दुकान को लेकर विवाद चल रहा था। इस वजह से लगभग 1 महीने से जीटी रोड स्थित उसकी बैटरी की दुकान बंद पड़ी थी। गुरुवार को जिस दिन उसने अपनी जिंदगी समाप्त कर ली उससे पहले उसी दिन सुबह प्रवीण लगभग 15 मिनट तक अपनी दुकान के सामने खड़ा होकर उसे निहारता रहा था। दुकान बंद रहने से उसकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ थी और वह तनाव में था।

पिता के बार-बार खांसने पर बेटी कमरे में पहुंची तो अंदर का दृश्य देखकर कांप गई

जहर खाने के बाद प्रवीण अपने कमरे में जोर-जोर से खांस रहा था, वहीं बगल में उसकी बहन भी निर्जीव पड़ी थी। पिता के खांसने की आवाज सुनकर उसकी 18 वर्षीय पुत्री जो कि उस समय दूसरे कमरे में कंप्यूटर पर पढ़ाई कर रही थी, बगल के कमरे में पहुंची, वहां बुआ को निर्जीव पाया जबकि पिता की पिता की भी स्थिति अच्छी नहीं थी। वह जोर से चिल्लाई, फिर आनन-फानन में रिश्तेदारों ने दोनों को पहले फतेहाबाद फिर हिसार स्थित अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों ने दम तोड़ दिया। प्रवीण की पत्नी एक निजी स्कूल में नन टीचिंग स्टाफ है।

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