Kolkata news, West Bengal news : लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने बंगाल के कई निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी विधायकों को मैदान में उतारा था। इनमें से 07 विधायक संसद पहुंचे हैं। तीन ऐसे हैं, जिन्होंने चुनाव लड़ने से पहले इस्तीफा दे दिया था। इसलिए 10 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होंगे।
कूचबिहार लोकसभा सीट पर तृणमूल उम्मीदवार जगदीश चंद्र बसुनिया जीते हैं। उन्होंने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक को हराया है। जगदीश सिताई क्षेत्र से विधायक हैं। सांसद के तौर पर शपथ लेने से पहले उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना होगा। इसके चलते सिताई विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा। इस सूची में मदारीहाट भी है। अलीपुरद्वार से भाजपा के मनोज टिग्गा इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। उन्होंने लोकसभा में जीत हासिल की है। परिणामस्वरूप मदारीहाट में भी उपचुनाव होंगे।
बैरकपुर लोकसभा सीट से तृणमूल के लिए जीत हासिल करने वाले राज्य के मंत्री पार्थ भौमिक को भी नैहाटी विधानसभा विधायक पद से इस्तीफा देना होगा। परिणामस्वरूप उपचुनाव होंगे। इसी तरह बांकुरा के तालडांगरा, मेदिनीपुर और उत्तर 24 परगना के हरोआ में छह महीने के भीतर उपचुनाव होंगे। तालडांगरा से विधायक अरूप चक्रवर्ती है। उन्होंने तृणमूल उम्मीदवार के रूप में बांकुड़ा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा जीती है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री सुभाष सरकार को हराया है। मेदिनीपुर की विधायक जून मालिया भी तृणमूल के टिकट पर मेदिनीपुर लोकसभा क्षेत्र से जीती हैं। हारोआ से विधायक हाजी नुरुल इस्लाम बशीरहाट में जीते हैं। परिणामस्वरूप, हरोआ में भी उपचुनाव होंगे।
लोकसभा चुनाव में हारे तीन विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में भी उपचुनाव होगा, जिनमें बागदा, राणाघाट दक्षिण और रायगंज शामिल हैं। 2021 में हुए इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा ने जीत हासिल की। ये वे भाजपा विधायक थे, जो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्हें इस लोकसभा चुनाव में तृणमूल ने नामांकित किया था। जिस कारण वे दल-बदल कर लोकसभा के उम्मीदवार बन गये, इससे पहले उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना पड़ा था। नतीजतन, कृष्णा कल्याणी की रायगंज, विश्वजीत दास की बागदा और मुकुटमणि अधिकारी की रानाघाट दक्षिण सीट पर उपचुनाव होंगे।