जुआ चाहे जैसा भी हो वह हर हाल में बुरा है। इसका प्रमाण महाभारत काल में भी देखने को मिला था और आज भी मिल रहा है। इन दिनों ऑनलाइन जुए का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। कुछ लोगों को लगता है कि ये घर बैठे पैसा कमाने का आसान जरिया है, पर इसमें बहुत जोखिम भी हैं। जुए में हर बार आप की ही जीत होगी यह संभव नहीं।
मुफ्त में धन कमाने के चक्कर में गई जान
हारने पर खिलाड़ी ये सोचकर दांव पर दांव लगाता चला जाता है कि शायद अगली बार उसकी जीत हो जाएगी। ऐसी ही एक घटना चेन्नई में हुई है। यहां एक शादीशुदा महिला ने मुफ्त का धन कमाने के चक्कर में ऑनलाइन रमी में साढ़े सात लाख रुपये का सोना और 3 लाख रुपये दांव पर लगा दिया और हार गई। ये पैसे उसने अपनी बहनों से उधार लिए थे। महिला हारने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसने आत्महत्या कर ली। महिला के जान गंवाने के बाद उसके परिवार का क्या हाल हुआ होगा यह सोचनीय प्रश्न है। इसलिए जुए की लत बहुत बुरी चीज है। जुए में हारा हुआ व्यक्ति सच में मैं आकर बड़ा से बड़ा कदम उठा लेता है।
उधार लेकर जुए में लगाए थे सोना और रुपए
जुए में बड़ी राशि हरने वाली 29 साल की महिला का नाम भवानी था। वह मनाली न्यू टाउन में रहती थी। वह मैथ से बीएससी पास थी। उसकी बाकियाराज से 2016 में शादी हुई थी। उसके दो बच्चे थे एक 3 साल का और एक साल का। पति बाकियाराज की एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। भवानी भी कंदांचवडी में एक प्राइवेट हेल्थकेयर कंपनी में काम करती थी। टाइम्स ऑफ इंडिया ने पुलिस के हवाले से बताया कि भवानी ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन जुआ खेलना शुरू किया था। शुरू में उसने थोड़े पैसे लगाए और मुनाफा कमाया। फिर उसे इसकी लत लग गई