National News Update, Mumbai, SEBI Action On LIC Persons & Relatives : भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अगले आदेश तक 3 व्यक्तियों, जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से एंप्लॉय योगेश गर्ग और योगेश गर्ग के रिश्तेदारों को प्रत्यक्ष रूप और अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिभूतियों में खरीदने और बेचने या व्यवहार करने पर रोक लगा दी है। यह मामला एलआईसी में फ्रंट-रनिंग से संबंधित है, 5 संस्थाओं ने 2 करोड़ 44 लाख रु के अवैध फायदे को सीज कर लिया है। इस लिस्ट में योगेश गर्ग, सरिता गर्ग, कमलेश अग्रवाल, वेद प्रकाश का नाम शामिल हैं।
पे इन और पे आउट निपटाने की परमिशन
सेबी के आदेश में कहा गया है कि 5 व्यक्तियों और संस्थानों को आदेश की डेट से तीन महीने के अंदर या फिर अनुबंध के एंड पर, इन दोनों को में से जो भी पहले हो, किसी भी एक्सचेंज ट्रेडेड डेरिवेटिव अनुबंधों में खुली स्थिति को बंद करना होगा। सेबी की तरफ से अपने आदेश में कहा गया है कि उक्त संस्थाओं को ट्रांजेक्शन के संबंध में पे इन और पे आउट दायित्वों को निपटाने की अनुमति है, अगर कोई हो, जो इस आदेश की तारीख पर और ट्रेडिंग बंद होने से पहले हुआ हो।
एलआईसी में योगेश शर्मा की सेवा
साल 2011 में योगेश गर्ग को एलआईसी में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद योगेश गर्ग को एलआईसी के रोहतक, कोलकाता और दिल्ली कार्यालयों में सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्य किया। योगेश गर्ग ने मई 2019 से अप्रैल 2022 के महीने तक मुंबई में एलआईसी के निवेश विभाग में एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्य किया। एलआईसी में निवेश विभाग एक संवेदनशील विभाग माना जाता है। इसमें गड़बड़ी से संस्था की छवि खराब होती है।