UP News: भाजपा के फायर ब्रांड नेता और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा और कांग्रेस की नीतियों को आड़े हाथों लेते हुए उन पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के अंदर जिन्ना की आत्मा घुस गई है। मुख्यमंत्री अलीगढ़ में आयोजित रोजगार मेले के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री आदित्यनाथ ने जोर देते हुए कहा कि पिछली सरकारों की तुष्टीकरण नीतियां और जाति एवं क्षेत्र के आधार पर सामाजिक विभाजन कर देश के सामाजिक ताने-बाने को काफी नुकसान पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार समान विकास, बिना किसी भेदभाव के आवास, रोजगार और बिजली उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस,सपा हो या बसपा…इन लोगों ने सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो या बहुजन समाज पार्टी…इन लोगों ने सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, इनके अंदर ‘जिन्ना’ की आत्मा घुस गई है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को ‘दंगा प्रदेश’ बना दिया था। आज उत्तर प्रदेश रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर रहा है। जिस उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट था, आज वह देश का अग्रणी प्रदेश बन चुका है। इस कार्यक्रम में ऋण वितरण के साथ युवाओं को नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया गया। आगे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज कोई भी विकास देख सकता है और यह सरकार मकान, नौकरियां और बिजली हर किसी को बिना भेदभाव के उपलब्ध करा रही है।
“अराजकता का रास्ता यमराज के पास ले जाएगा”
उन्होंने पार्टी का मंत्र‘सबका साथ, सबका विकास’ के नारे को दोहराते हुए कहा, “हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, लेकिन किसी को अराजकता और अव्यवस्था भी नहीं फैलाने देंगे। यदि कोई अराजकता के रास्ते पर चलता है तो वह रास्ता उसे यमराज के पास ले जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि रोजगार सभी को, भेदभाव किसी के साथ नहीं…हमने 6.5 लाख नौजवानों को प्रदेश के अंदर नौकरी दी और 2 करोड़ से अधिक नौजवानों को रोजगार दिया है। श्री आदित्यनाथ ने दावा किया कि विकास में कोई क्षेत्र पिछड़ेगा नहीं, विकास द्वार-द्वार तक पहुंचेगा। उन्होंने सभा मे आए लोगों को आगाह करते कहा कि देश के विकास में बाधक तत्वों को आगे नहीं बढ़ने देना है।