Ajmer Rajasthan, Haridwar news : अजमेर में एक व्हाट्सएप ग्रुप में हिंदुओं के आर्थिक बहिष्कार किए जाने की आह्वान पर भाजपा के सांसद साक्षी महाराज ने कहां कि ऐसा करना गलत बात है। कुछ भी करने से पहले कम से कम इंसान को एक बार यह जरूर सोचना चाहिए कि जो हम करने जा रहे हैं, उसका हम पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इससे समाज की समरसता भंग होगी। अगर ऐसा ही आह्वान हिंदुओं ने भी उनके समाज के लिए कर दिया तो उनका क्या हश्र होगा। हरिद्वार में निर्मल अखाड़े के संतों से मिलने पहुंचे साक्षी महाराज ने रविवार को उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जो लोग आज हिंदुओं के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कर रहे हैं, अगर हिंदू समाज में उन्हीं के नक्शे कदम पर चला तो ऐसा हवन करने वालों को रोटी के लाले पड़ जाएंगे।
साक्षी महाराज की हिन्दुओं से अपील
साक्षी महाराज ने अजमेर शरीफ में हिंदुओं के आर्थिक बहिष्कार के आह्वान के लिए सीधे तौर पर राजस्थान की कांग्रेसी नीति गहलोत सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत सोच के कारण ही राजस्थान में ऐसी ताकतें लगातार सर उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की स्थिति अराजक हो गई है। वहां जघन्य हत्या हो रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो चुकी है। इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द राजस्थान में राष्ट्रपति शासन लगाएं। उन्होंने कहा कि जो लोग हिंदू समाज के आर्थिक बहिष्कार का का आह्वान कर रहे हैं। उनका हिंदू समाज में बहिष्कार करें।
नूपुर शर्मा नहीं, जिहादी ताकतों के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति हुई थी खराब
साक्षी महाराज ने कहां की आज देश में जिहादी ताकतों के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति खड़ी हो रही हैं। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ तालिबानी सोच वाले लोग ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा को लेकर बिना मतलब का बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है। हमें यह देखना चाहिए कि नूपुर शर्मा ने किस संदर्भ में बातें कही थीं। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर भी अपना रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि देश में कानून व्यवस्था की स्थिति नूपुर शर्मा के बयान से नहीं, बल्कि जिहादी ताकतों के कारण बिगड़ी थी।