After the elections are over, now a mountain of trouble may fall on Lalu family…, Bihar news, Patna news, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : इधर लोकसभा चुनाव समाप्त हुआ और उधर लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार की नई मुसीबत शुरू हो गई। ऐसा लग रहा है कि लालू परिवार पर कहीं आफत का पहाड़ ना टूट जाए। इस मामले में विशेष सीबीआई न्यायाधीश विशाल गोगने ने आरोप पत्र पर विचार के लिए मामले को 6 जुलाई को सूचीबद्ध किया है।
29 में को कोर्ट में दिया था निर्देश
29 मई को सीबीआई को नौकरी के बदले भूमि मामले में अपना निर्णायक आरोप पत्र/चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने समय देने के बावजूद निर्णायक आरोपपत्र दाखिल न किए जाने पर भी नाराजगी जताई थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाले के सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और अन्य आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ निर्णायक आरोप पत्र दायर किया है। इस आरोपपत्र में 78 आरोपी व्यक्ति शामिल हैं, जिनमें 38 उम्मीदवारों के साथ-साथ कई अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं।
साल 2004 से 2009 का मामला
सीबीआई के अनुसार, दूसरा आरोपपत्र तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री, उनकी पत्नी, बेटे, पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तत्कालीन जीएम, डब्ल्यूसीआर के दो सीपीओ, निजी व्यक्तियों, एक निजी कंपनी आदि सहित 17 आरोपियों के खिलाफ है। आरोपियों में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्य भी शामिल हैं, जिन पर घोटाले में शामिल होने का आरोप है। सीबीआई का प्राथमिक आरोप यह है कि 2004 से 2009 तक केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान लालू प्रसाद यादव ने अपने परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के नाम पर भूमि संपत्ति हस्तांतरण के माध्यम से “वित्तीय लाभ” स्वीकार किया। ये तबादले कथित तौर पर भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह “डी” पदों पर “स्थानापन्न” नियुक्त करने के बदले में किए गए थे।