Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश) में वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के बाद दावा-दर-दावा। देखते जाइए, रोज-रोज कुछ न कुछ दावा होता रहेगा और मुद्दे को गरमा कर सियासत के पारे को संप्रदायिक बनाए रखने की कोशिश जारी रहेगी। एक तरफ शोर करने वालों का जमावड़ा तो दूसरी और वे जिन्हें कुछ कहना चाहिए, मगर खामोशी से इस मुद्दे को हवा देते रहेंगे। गौरतलब है कि कोर्ट में पेश की गई सर्वे रिपोर्ट में ज्ञानवापी परिसर के अंदर कमल, नाग का फन और कई तरह के हिंदू निशान पाए जाने की भी बात कही गई है। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि मामले की सुनवाई जिला जज करें। अब इस मामले में आगे की सुनवाई से पहले काशी विश्वनाथ के मंदिर ने बड़ा दावा कर दिया है। उनका कहना है कि मस्जिद के भूतल में एक और शिवलिंग है।
22 मई से जिला कोर्ट में होगी सुनवाई
सोमवार से जिला अदालत में सुनवाई होगी। वाराणसी जिला अदालत में चार याचिकाएं हैं जिनपर सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जिला जज को आठ सप्ताह में ज्ञानवापी विवाद पर फैसला सुनाना है। इसी बीच काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत ने दावा किया है कि यहां एक और शिवलिंग है। उन्होंने 154 साल पुरानी तस्वीर दिखाते हुए कहा कि नंदी भगवान के पास लोग बैठते थे। इसके पास ही एक दरवाजा था, जहां शिवलिंग है। यह भूतल में है।