Bihar (बिहार) में केंद्र की आर्मी भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ का विरोध अब बीजेपी के सहयोगी दलों ने खुलकर करना शुरू कर दिया है। मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के बाद जेडीयू के एक अन्य नेता और पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 16 जून को केंद्र की नई भर्ती नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र को इस योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए। कुशवाहा ने ट्वीट किया, “भारतीय थल सेना, नौसेना और वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया में प्रस्तावित बदलावों पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए।” इससे पहले बिजेंद्र प्रसाद यादव ने भी कहा था कि केंद्र को अग्निपथ और अग्निवीर योजनाओं पर पुनर्विचार करना चाहिए। यादव ने कहा था, “छात्र अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं। इस मामले में केंद्र को युवाओं और उनकी यूनियनों से बात करनी चाहिए। केंद्र सरकार को आम लोगों से सुझाव लेना चाहिए।”
पूर्व सीएम जीतन राम ने भी किया विरोध
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के सहयोगी जीतन राम मांझी ने कहा, “अग्निपथ योजना देश के लिए बेहद खतरनाक है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। मैं पीएम नरेंद्र मोदी से अग्निपथ योजना को वापस लेने और भर्ती की पुरानी प्रक्रिया की घोषणा करने की अपील करता हूं।” दूसरी ओर अग्निपथ योजना के खिलाफ विपक्षी पार्टी आरजेडी की युवा शाखा 17 जून को प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का पुतला फूंकेगी।