भारत ने सोमवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 का सफल प्रक्षेपण करके एयरोस्पेस की दुनिया में एक और उपलब्धि हासिल की। इस मिसाइल की रेंज चार हजार किलोमीटर है। यानी इसकी जद में पूरा पाकिस्तान और लगभग आधा चीन आता है।
टेलीमेट्री और राडार स्टेशनों ने मिसाइल पर नजर रखी
सामरिक बल कमान की निगरानी में किए गए नियमित उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च ने सभी परिचालन मापदंडों के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता को भी मान्य किया। इस सफल से भारत की ‘विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध’ क्षमता रखने की नीति पुष्ट हुई है। पूर्वी तट पर स्थित विभिन्न टेलीमेट्री और राडार स्टेशनों ने मिसाइल पर नजर रखी।
मिसाइल ने टारगेट पर सटीक निशाना लगाया
मिसाइल ने सभी मानकों को पूरा करते हुए टारगेट पर सटीकता से निशाना साधा। इस दौरान मिसाइल की तकनीकी, हमलावर टेक्नीक, नेविगेशन आदि मानकों की जांच की गई। परीक्षण के बाद स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड ने अपने बयान में कहा कि यह एक रूटीन ट्रेनिंग लॉन्च थी, जिसमें सारे ऑपरेशनल पैरामीटर्स की फिर से जांच की गई है। भारत ने यह सफल परीक्षण करके एक बार फिर इस बात की पुष्टि की है कि वह अपने विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध क्षमता को बनाए रखेगा।