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वायु सेना को एचएएल से मिलेंगे 10 ट्विन-सीटर ट्रेनर विमान के साथ आने वाले दिनों में और भी बहुत कुछ

वायु सेना को एचएएल से मिलेंगे 10 ट्विन-सीटर ट्रेनर विमान के साथ आने वाले दिनों में और भी बहुत कुछ

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National news, New Delhi news, Indian Air force, Air chief Marshal BR Choudhary, National update : वायुसेना को आज लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस का पहला ट्विन-सीटर ट्रेनर विमान मिल गया। हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने बुधवार को बेंगलुरु में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को सौंपा। एचएएल और भारतीय वायु सेना के बीच अनुबंध के हिस्से के रूप में कुल 10 ट्विन-सीटर ट्रेनर विमान की आपूर्ति की जानी है, जिसमें से यह पहला है। एचएएल के अध्यक्ष सीबी अनंतकृष्णन ने एक औपचारिक समारोह में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट की उपस्थिति में एलसीए तेजस का पहला ट्रेनर संस्करण सीएएस एयर चीफ मार्शल चौधरी को सौंपा। इस कार्यक्रम में वायु सेना के उप प्रमुख, भारतीय वायुसेना के दक्षिणी वायु कमान के अधिकारी और परियोजना से जुड़े कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। एचएएल ने पहला तेजस ट्रेनर बना लिया है, जो अंतिम विकासात्मक परीक्षण उड़ानों से गुजर चुका है। तेजस डिवीजन के दौरे पर एयर मार्शल दीक्षित को एचएएल टीम ने ट्रेनर एयरक्राफ्ट के उत्पादन की स्थिति और एलसीए मार्क-1ए की डिलीवरी की योजना के बारे में जानकारी दी थी।

पहला एलसीए तेजस मार्क-1ए अगले साल मिलेगा

बेंगलुरु में एयरो इंडिया के दौरान 03 फरवरी 2021 को रक्षा मंत्रालय ने एचएएल के साथ स्वदेशी सैन्य उड्डयन सेवा में अब तक का सबसे बड़ा सौदा करके 83 तेजस मार्क-1ए फाइटर जेट की डील फाइनल की थी। वायु सेना को फरवरी 2024 में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से पहला लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस मार्क-1ए मिलेगा। श्रीनगर स्थित स्वॉर्ड आर्म्स स्क्वाड्रन तेजस एमके-1ए प्राप्त करनेवाली पहली स्क्वाड्रन होगी। अभी तक यह स्क्वाड्रन मिग विमानों का ठिकाना है, जिन्हें तेजस की आपूर्ति शुरू होने के बाद सेवा से विदाई दी जानी है।

तेजस एमके-1ए के 20 विमान प्रति वर्ष मिलेंगे

एचएएल के मुताबिक तेजस एमके-1ए में डिजिटल रडार चेतावनी रिसीवर, एक बाहरी ईसीएम पॉड, एक आत्मसुरक्षा जैमर, एईएसए रडार, रखरखाव में आसानी और एवियोनिक्स, वायुगतिकी, रडार में सुधार किया गया है। इसमें उन्नत शॉर्ट रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (एएसआरएएएम) और एस्ट्रा एमके-1 एयर टू एयर मिसाइल लगायी जायेंगी। तेजस एमके-1ए के 20 विमान प्रति वर्ष वायु सेना को मिलेंगे। तेजस एमके-1ए की आपूर्ति 2024 से शुरू होगी और 2027 तक पूरे 83 विमान वायुसेना को मिल जायेंगे। इनमें 73 लड़ाकू विमान और 10 ट्रेनर विमान होंगे। एलसीए तेजस एमके-1ए संस्करण में फिलहाल स्वदेशी सामग्री 50% है जिसे 60% तक बढ़ाया जायेगा।

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